वाराणसी : दशाश्वमेध घाट और शीतला घाट पर होने वाली संध्याकालीन गंगा आरती विश्व प्रसिद्ध है. हालांकि गंगा का जलस्तर बढ़ने से संध्याकालीन गंगा आरती का स्थान बदल दिया गया है. जिसमें अस्सी घाट, नया अस्सी घाट, केदार घाट, हरिश्चंद्र घाट, शीतला घाट, तुलसी घाट हैं. स्थान बदलने के बाद नयी चौकी लगाकर पूरे विधि-विधान से सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए गंगा आरती संपन्न किया गया.
गंगा सेवा निधि के मुख्य अर्चक रणधीर पांडेय ने बताया कि प्रत्येक वर्ष मां गंगा का जलस्तर बढ़ने की वजह से संध्याकालीन होने वाली गंगा आरती का स्थान परिवर्तन होता है. इस बार भी मां गंगा का जल बढ़ने की वजह से स्थान बदला गया है. लगभग 24 घंटे में एक से 2 मीटर तक मां गंगा का जलस्तर बढ़ा है. कल भी स्थान बदला गया था. आज भी मां गंगा का आरती का स्थल बदला गया.
वाराणसी : मां गंगा का बढ़ रहा जलस्तर, संध्याकालीन गंगा आरती स्थल बदला
यूपी के वाराणसी यानी भगवान शिव की नगरी में मां गंगा उफान पर हैं. लगातार गंगा का जलस्तर बढ़ रहा है. ऐसे में प्रतिदिन होने वाली विश्व प्रसिद्ध संध्याकालीन गंगा आरती का स्थान भी बदल दिया गया है.
वाराणसी : दशाश्वमेध घाट और शीतला घाट पर होने वाली संध्याकालीन गंगा आरती विश्व प्रसिद्ध है. हालांकि गंगा का जलस्तर बढ़ने से संध्याकालीन गंगा आरती का स्थान बदल दिया गया है. जिसमें अस्सी घाट, नया अस्सी घाट, केदार घाट, हरिश्चंद्र घाट, शीतला घाट, तुलसी घाट हैं. स्थान बदलने के बाद नयी चौकी लगाकर पूरे विधि-विधान से सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए गंगा आरती संपन्न किया गया.
गंगा सेवा निधि के मुख्य अर्चक रणधीर पांडेय ने बताया कि प्रत्येक वर्ष मां गंगा का जलस्तर बढ़ने की वजह से संध्याकालीन होने वाली गंगा आरती का स्थान परिवर्तन होता है. इस बार भी मां गंगा का जल बढ़ने की वजह से स्थान बदला गया है. लगभग 24 घंटे में एक से 2 मीटर तक मां गंगा का जलस्तर बढ़ा है. कल भी स्थान बदला गया था. आज भी मां गंगा का आरती का स्थल बदला गया.