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BHU में G-20 डोमेस्टिक आउटरीच कार्यक्रम, 250 से अधिक प्रतिभागी हुए शामिल - G 20 सतत वित्त कार्य समूह

मंगलवार को BHU में G-20 डोमेस्टिक आउटरीच कार्यक्रम (G-20 Domestic Outreach Program in BHU) हुआ. इसमें 250 से अधिक प्रतिभागी शामिल हुए.

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Varanasi BHU में G 20 डोमेस्टिक आउटरीच कार्यक्रम G 20 Domestic Outreach Program in BHU काशी हिन्दू विश्वविद्यालय G 20 सतत वित्त कार्य समूह Kashi Hindu University
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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Sep 13, 2023, 7:58 AM IST

वाराणसी: काशी हिन्दू विश्वविद्यालय (Kashi Hindu University) में चौथे G-20 सतत वित्त कार्य समूह (SSBIG) की बैठक की पूर्व संध्या पर आज 'मजबूत, सतत, संतुलित और समावेशी विकास की ओर' विषय पर एक G-20 डोमेस्टिक आउटरीच कार्यक्रम हुआ. इस कार्यक्रम में केंद्रीय वित्त मंत्रालय की परामर्शदाता गीतू जोशी ने 21वीं सदी के लिए बहुपक्षीय संस्थानों का विकास, तकनीकी परिवर्तन और डिजिटल सार्वजनिक अवसंरचना और लैंगिक समानता तथा सभी महिलाओं और लड़कियों को सशक्त बनाना जैसे विषयों पर चर्चा की.

महिलाओं और लड़कियों को सशक्त बनाने पर चर्चा हुई
महिलाओं और लड़कियों को सशक्त बनाने पर चर्चा हुई
काशी हिन्दू विश्वविद्यालय में सतत वित्त कार्य समूह (SSBIG) की बैठक की पूर्व संध्या पर डोमेस्टिक आउटरीच कार्यक्रम आयोजित किया गया. इस कार्यक्रम में डॉ. बालू केंचप्पा, क्षेत्रीय निदेशक, आरबीआई लखनऊ और गीतू जोशी, परामर्शदाता, वित्त मंत्रालय, भारत सरकार शामिल थे. इस दौरान दो सत्रों का कार्यक्रम आयोजित किया गया था. इसमें अलग-अलग तरह की अलग-अलग विषयों पर प्रस्तुतियां दी गईं. कार्यक्रम में स्वागत भाषण डॉ. बालू केंचप्पा, क्षेत्रीय निदेशक, आरबीआई, लखनऊ ने दिया. इस दौरान दिल्ली में आयोजित G-20 कार्यक्रम के मुद्दों पर चर्चा हुई.
G-20 सतत वित्त कार्य समूह (SSBIG) की बैठक
G-20 सतत वित्त कार्य समूह (SSBIG) की बैठक
शिखर सम्मेलन के प्रमुख परिणामों पर चर्चा: परामर्शदाता गीतू जोशी ने अपने भाषण में 9-10 सितंबर को नई दिल्ली में आयोजित G-20 नेताओं के शिखर सम्मेलन के प्रमुख परिणामों पर प्रकाश डाला. इस दौरान उन्होंने मजबूत, सतत, संतुलित और समावेशी विकास का लक्ष्य प्राप्त करना जैसे मुद्दे पर चर्चा की. इसके साथ ही सतत विकास लक्ष्यों (SDGS) पर प्रगति में तेजी लाना, सतत भविष्य के लिए हरित विकास समझौता, 21वीं सदी के लिए बहुपक्षीय संस्थानों का विकास, तकनीकी परिवर्तन और डिजिटल सार्वजनिक अवसंरचना और लैंगिक समानता तथा सभी महिलाओं और लड़कियों को सशक्त बनाना जैसे मुद्दों पर भी बात की.दो सत्रों में G-20 के महत्वपूर्ण बिंदुओं पर हुई चर्चा: आयोजकों ने बताया कि इस G-20 कार्यक्रम में दो सत्र थे. पहले सत्र में 'भारत में सामाजिक प्रभाव निवेश को बढ़ाना' विषय पर अनुभव साझा करने वाली प्रस्तुतियां शामिल थीं. इसमें एजीएम, सेबी अभिषेक रोजतकर द्वारा सोशल स्टॉक एक्सचेंज पर और सीएफओ, एजुकेट गर्ल्स विजयलक्ष्मी सक्सेना द्वारा डेवलपमेंट इम्पैक्ट बॉन्ड पर प्रस्तुतियां दी गईं. वहीं, दूसरे सत्र में G-20 SFWG के सभी प्राथमिकता वाले क्षेत्रों पर एक पैनल चर्चा शामिल था. पैनल चर्चा का संचालन आरबीआई के मुख्य महाप्रबंधक बृज राज ने किया. इस पैनल में भारत निदेशक, सीपीआई डॉ. ध्रुब पुरकायस्थ के साथ एमडी, एसबीआई अश्विनी कुमार तिवारी और सीनियर कंट्री ऑफिसर, इंडिया-आईएफसी रोशिका सिंह शामिल थे. 250 से अधिक प्रतिभागी कार्यक्रम में हुए शामिल: पैनलिस्ट्स ने G-20 SFWG के प्राथमिकता वाले क्षेत्रों पर विभिन्न उपयोगी सुझाव दिए. इस दौरान 'जलवायु वित्त के लिए समय पर और पर्याप्त संसाधन जुटाने के लिए प्रणाली', 'एसडीजी के लिए वित्त पोषण करना' और 'सतत विकास की दिशा में वित्त पोषण के लिए पारिस्थितिकी तंत्र का क्षमता निर्माण' जैसे विषयों पर चर्चा की गई. G-20 कार्यक्रम में 250 से अधिक प्रतिभागियों शामिल थे. इस कार्यक्रम में वित्त मंत्रालय, भारत सरकार और आरबीआई आदि के अधिकारियों ने भाग लिया. इस आयोजन में बीएचयू के संकाय और पीजी छात्रों के अलावा वाणिज्यिक बैंकों, लघु वित्त बैंकों, एनबीएफसी आदि की भी भागीदारी थी.

ये भी पढ़ें- वाराणसी में G20 सस्टेनेबल फाईनेंस ग्रुप की बैठक आज से, 20 देशों के 80 प्रतिनिधि करेंगे शिरकत

वाराणसी: काशी हिन्दू विश्वविद्यालय (Kashi Hindu University) में चौथे G-20 सतत वित्त कार्य समूह (SSBIG) की बैठक की पूर्व संध्या पर आज 'मजबूत, सतत, संतुलित और समावेशी विकास की ओर' विषय पर एक G-20 डोमेस्टिक आउटरीच कार्यक्रम हुआ. इस कार्यक्रम में केंद्रीय वित्त मंत्रालय की परामर्शदाता गीतू जोशी ने 21वीं सदी के लिए बहुपक्षीय संस्थानों का विकास, तकनीकी परिवर्तन और डिजिटल सार्वजनिक अवसंरचना और लैंगिक समानता तथा सभी महिलाओं और लड़कियों को सशक्त बनाना जैसे विषयों पर चर्चा की.

महिलाओं और लड़कियों को सशक्त बनाने पर चर्चा हुई
महिलाओं और लड़कियों को सशक्त बनाने पर चर्चा हुई
काशी हिन्दू विश्वविद्यालय में सतत वित्त कार्य समूह (SSBIG) की बैठक की पूर्व संध्या पर डोमेस्टिक आउटरीच कार्यक्रम आयोजित किया गया. इस कार्यक्रम में डॉ. बालू केंचप्पा, क्षेत्रीय निदेशक, आरबीआई लखनऊ और गीतू जोशी, परामर्शदाता, वित्त मंत्रालय, भारत सरकार शामिल थे. इस दौरान दो सत्रों का कार्यक्रम आयोजित किया गया था. इसमें अलग-अलग तरह की अलग-अलग विषयों पर प्रस्तुतियां दी गईं. कार्यक्रम में स्वागत भाषण डॉ. बालू केंचप्पा, क्षेत्रीय निदेशक, आरबीआई, लखनऊ ने दिया. इस दौरान दिल्ली में आयोजित G-20 कार्यक्रम के मुद्दों पर चर्चा हुई.
G-20 सतत वित्त कार्य समूह (SSBIG) की बैठक
G-20 सतत वित्त कार्य समूह (SSBIG) की बैठक
शिखर सम्मेलन के प्रमुख परिणामों पर चर्चा: परामर्शदाता गीतू जोशी ने अपने भाषण में 9-10 सितंबर को नई दिल्ली में आयोजित G-20 नेताओं के शिखर सम्मेलन के प्रमुख परिणामों पर प्रकाश डाला. इस दौरान उन्होंने मजबूत, सतत, संतुलित और समावेशी विकास का लक्ष्य प्राप्त करना जैसे मुद्दे पर चर्चा की. इसके साथ ही सतत विकास लक्ष्यों (SDGS) पर प्रगति में तेजी लाना, सतत भविष्य के लिए हरित विकास समझौता, 21वीं सदी के लिए बहुपक्षीय संस्थानों का विकास, तकनीकी परिवर्तन और डिजिटल सार्वजनिक अवसंरचना और लैंगिक समानता तथा सभी महिलाओं और लड़कियों को सशक्त बनाना जैसे मुद्दों पर भी बात की.दो सत्रों में G-20 के महत्वपूर्ण बिंदुओं पर हुई चर्चा: आयोजकों ने बताया कि इस G-20 कार्यक्रम में दो सत्र थे. पहले सत्र में 'भारत में सामाजिक प्रभाव निवेश को बढ़ाना' विषय पर अनुभव साझा करने वाली प्रस्तुतियां शामिल थीं. इसमें एजीएम, सेबी अभिषेक रोजतकर द्वारा सोशल स्टॉक एक्सचेंज पर और सीएफओ, एजुकेट गर्ल्स विजयलक्ष्मी सक्सेना द्वारा डेवलपमेंट इम्पैक्ट बॉन्ड पर प्रस्तुतियां दी गईं. वहीं, दूसरे सत्र में G-20 SFWG के सभी प्राथमिकता वाले क्षेत्रों पर एक पैनल चर्चा शामिल था. पैनल चर्चा का संचालन आरबीआई के मुख्य महाप्रबंधक बृज राज ने किया. इस पैनल में भारत निदेशक, सीपीआई डॉ. ध्रुब पुरकायस्थ के साथ एमडी, एसबीआई अश्विनी कुमार तिवारी और सीनियर कंट्री ऑफिसर, इंडिया-आईएफसी रोशिका सिंह शामिल थे. 250 से अधिक प्रतिभागी कार्यक्रम में हुए शामिल: पैनलिस्ट्स ने G-20 SFWG के प्राथमिकता वाले क्षेत्रों पर विभिन्न उपयोगी सुझाव दिए. इस दौरान 'जलवायु वित्त के लिए समय पर और पर्याप्त संसाधन जुटाने के लिए प्रणाली', 'एसडीजी के लिए वित्त पोषण करना' और 'सतत विकास की दिशा में वित्त पोषण के लिए पारिस्थितिकी तंत्र का क्षमता निर्माण' जैसे विषयों पर चर्चा की गई. G-20 कार्यक्रम में 250 से अधिक प्रतिभागियों शामिल थे. इस कार्यक्रम में वित्त मंत्रालय, भारत सरकार और आरबीआई आदि के अधिकारियों ने भाग लिया. इस आयोजन में बीएचयू के संकाय और पीजी छात्रों के अलावा वाणिज्यिक बैंकों, लघु वित्त बैंकों, एनबीएफसी आदि की भी भागीदारी थी.

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