ETV Bharat / state

बीएचयू में चार दिवसीय इंटरनेशनल आरोग्य मेला का शुभारंभ - BHU latest news in hindi

वाराणसी के काशी हिन्दू विश्वविद्यालय में चार दिवसीय इंटरनेशनल आरोग्य मेले का शुभारंभ किया गया. इस मेले का आयोजन आयुर्वेद संकाय और फिक्की की ओर से किया गया है. यह 19 दिसंबर से शुरू होकर 22 दिसंबर तक चलेगा.

etv bharat
बीएचयू में चार दिवसीय इंटरनेशनल आरोग्य मेला का शुभारंभ
author img

By

Published : Dec 20, 2019, 12:36 PM IST

वाराणसी: काशी हिंदू विश्वविद्यालय में आयुर्वेद संकाय और फिक्की की ओर से चार दिवसीय इंटरनेशनल आरोग्य मेले का शुभारंभ किया गया. मेला 19 दिसंबर से शुरू होकर 22 दिसंबर तक चलेगा. मेले के उद्घाटन समारोह में लगभग 68 देशों के ढाई सौ से अधिक प्रतिनिधि सम्मिलित हुए. इस मेले में भारतीय अंतरराष्ट्रीय प्रतिनिधि और खरीदार बड़ी संख्या में भाग लेर रहे हैं.

बीएचयू में चार दिवसीय इंटरनेशनल आरोग्य मेला का शुभारंभ.
इंटरनेशनल आरोग्य मेले का आयोजनइंटरनेशनल आरोग्य मेले का उद्घाटन उत्तर प्रदेश सरकार के आयुष मंत्री डॉ. धर्म सिंह सैनी और बिहार सरकार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने किया. निदेशक प्रवीण मित्तल भी इस उद्घाटन सत्र में मौजूद रहे. मेले का उद्देश्य आयुष मंत्रालय का गठन, आयुर्वेद योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा, यूनानी सिद्ध और होम्योपैथिक के क्षेत्र में शिक्षा एवं अनुसंधान के विकास पर ध्यान केंद्रित करना है.इस मेले का लक्ष्य स्वास्थ्य की देखभाल के लिए पारंपरिक औषधियों के प्रयोग को प्रोत्साहित और संरक्षित करना है. उन्हें आधुनिक वैज्ञानिक दृष्टि के साथ विकसित करना है. भारतीय आयुष उद्योग को और अधिक प्रेरित करने तथा आयुष उत्पादकों के निर्यात को बढ़ाने के लिए आयुष मंत्रालय, वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय तथा भारत वाणिज्य एवं उद्योग संघ से सहभागिता करके आयुष पद्धतियों की शक्ति और उद्योग के साथ इनका संबंध प्रदर्शित करने हेतु इस मेले का शुभारंभ किया गया.

वाराणसी: काशी हिंदू विश्वविद्यालय में आयुर्वेद संकाय और फिक्की की ओर से चार दिवसीय इंटरनेशनल आरोग्य मेले का शुभारंभ किया गया. मेला 19 दिसंबर से शुरू होकर 22 दिसंबर तक चलेगा. मेले के उद्घाटन समारोह में लगभग 68 देशों के ढाई सौ से अधिक प्रतिनिधि सम्मिलित हुए. इस मेले में भारतीय अंतरराष्ट्रीय प्रतिनिधि और खरीदार बड़ी संख्या में भाग लेर रहे हैं.

बीएचयू में चार दिवसीय इंटरनेशनल आरोग्य मेला का शुभारंभ.
इंटरनेशनल आरोग्य मेले का आयोजनइंटरनेशनल आरोग्य मेले का उद्घाटन उत्तर प्रदेश सरकार के आयुष मंत्री डॉ. धर्म सिंह सैनी और बिहार सरकार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने किया. निदेशक प्रवीण मित्तल भी इस उद्घाटन सत्र में मौजूद रहे. मेले का उद्देश्य आयुष मंत्रालय का गठन, आयुर्वेद योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा, यूनानी सिद्ध और होम्योपैथिक के क्षेत्र में शिक्षा एवं अनुसंधान के विकास पर ध्यान केंद्रित करना है.इस मेले का लक्ष्य स्वास्थ्य की देखभाल के लिए पारंपरिक औषधियों के प्रयोग को प्रोत्साहित और संरक्षित करना है. उन्हें आधुनिक वैज्ञानिक दृष्टि के साथ विकसित करना है. भारतीय आयुष उद्योग को और अधिक प्रेरित करने तथा आयुष उत्पादकों के निर्यात को बढ़ाने के लिए आयुष मंत्रालय, वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय तथा भारत वाणिज्य एवं उद्योग संघ से सहभागिता करके आयुष पद्धतियों की शक्ति और उद्योग के साथ इनका संबंध प्रदर्शित करने हेतु इस मेले का शुभारंभ किया गया.
Intro:स्पेशल.

वाराणसी के काशी हिंदू विश्वविद्यालय के आयुर्वेद संकाय और फिक्की द्वारा आयुष मंत्रालय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय तथा फार्मेसी सहभागिता से इंटरनेशनल आरोग्य मेला का शुभारंभ किया गया।

यह मेला 19 दिसंबर से शुरू होकर 22 दिसंबर तक चलेगा। मेले में लगभग 69 देशो के ढाई सौ से अधिक प्रतिनिधि सम्मिलित हुए।इसमें भारतीय अंतरराष्ट्रीय प्रतिनिधि और खरीदार बड़ी संख्या में भाग लेर रहे है। यह आयोजन बीएचयू में पहली बार हुआ।







Body:इंटरनेशनल आरोप के मेला के उद्घाटन उत्तर प्रदेश सरकार के आयुष मंत्री डॉक्टर धर्म सिंह सैनी और बिहार सरकार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने किया। प्रवीण मित्तल निर्देशक उद्घाटन सत्र में मौजूद रहे।.

. मेले उद्देश्य है आयुष मंत्रालय का गठन, आयुर्वेद योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा, यूनानी सिद्ध और होम्योपैथिक के क्षेत्र में शिक्षा एवं अनुसंधान के विकास पर ध्यान केंद्रित करने के उद्देश्य से किया गया है। जिसका लक्ष्य स्वास्थ्य की देखभाल के लिए पारंपरिक औषधियों के प्रयोग को प्रोत्साहित और संरक्षित करना है। उन्हें आधुनिक वैज्ञानिक दृष्टि के साथ विकसित करना है। भारतीय आयुष उद्योग को और अधिक प्रेरित करने तथा आयुष उत्पादकों के निर्यात को बढ़ाने के लिए आयुष मंत्रालय,वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय तथा भारत वाणिज्य एवं उद्योग संघ से सहभागिता करके आयुष पद्धतियों की शक्ति और उद्योग के साथ इनका संबंध प्रदर्शित करने हेतु चार दिवसीय मेले का शुभारंभ किया गया।





Conclusion:डॉ धरम सिंह सैनी ने बताया देश के आजादी से लेकर 2017 तक आयुष बिल्कुल तरह खत्म था। पहले की समीक्षा बैठक और मीटिंग में आयुष को नेगलेक्ट कर दिया जाता था। लेकिन 2017 से 2019 तक आयुष के क्षेत्र में बहुत काम हुआ है। हमने 195 योगा सेंटर खोले हैं। जितने भी सरकारी दवा की दुकान है। वहां पर आयुष द्वारा आयुर्वेदिक दवाएं उपलब्ध है। आने वाले दिनों में हम आयुर्वेद को आम जनमानस से जोड़ने का पूरा प्रयास कर रहे हैं।
.
बाईट ;-- डा धरम सिंह सैनी, मंत्री स्वतंत्र प्रभार आयुष, यूपी

आशुतोष उपाध्याय
7007459303
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.