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वाराणसी: गंगा से ज्यादा वरुणा ने मचाई तबाही, बाढ़ प्रभावित इलाकों का जायजा लेने पहुंचे योगी के मंत्री

उत्तर प्रदेश के वाराणसी में इन दिनों गंगा के साथ-साथ वरुणा नदी उफान पर है. सबसे ज्यादा परेशानी इसके किनारे बसे लोगों को उठानी पड़ रही है. बीते कई सालों से गंगा से ज्यादा वरुणा ने तबाही मचाई है.

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Published : Sep 17, 2019, 6:57 PM IST

कैबिनेट मंत्री आशुतोष टंडन ने बाढ़ प्रभावित इलाकों का जायजा लिया

वाराणसी: गंगा और वरुणा दोनों नदियां वाराणसी में उफान पर हैं. गंगा नदी के ऊपर चढ़ने की वजह से उसकी सहायक नदी वरुणा का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है और सबसे ज्यादा परेशानी इसके किनारे बसे लोगों को उठानी पड़ रही है. बीते कई सालों से गंगा से ज्यादा वरुणा ने तबाही मचाई है.

वाराणसी में गंगा से ज्यादा वरुणा ने मचाई तबाही

वाराणसी में इस बार भी वरुणा एक बार फिर से तबाही मचाने के लिए व्याकुल दिख रही है. वरुणा आसपास के रिहायशी इलाकों में प्रवेश कर चुकी है और बड़े पैमाने पर लोग घर छोड़कर सुरक्षित स्थानों की तरफ पलायन कर रहे हैं. इन सबके बीच आज उत्तर प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री आशुतोष टंडन ने बाढ़ प्रभावित इलाकों का जायजा लिया.

200 से ज्यादा परिवार कर चुके हैं पलायन-
कैबिनेट मंत्री का काफिला सड़क पर बाढ़ का पानी आने के बाद उस पर से होता हुआ गुजरा और कोनिया इलाके में पहुंचा. यहां पर लगभग 200 से ज्यादा परिवार बाढ़ की वजह से या तो अपना घर छोड़ कर जा चुके हैं या फिर घरों की छतों पर त्रिपाल डालकर शरण लिए हुए हैं. इसके अलावा इस इलाके में बनाए गए बाढ़ राहत शिविर में जाकर भी कैबिनेट मंत्री ने यहां रुके बाढ़ प्रभावितों का हालचाल जाना और उन्हें मिल रही सुविधाओं के बारे में जानकारी हासिल की.

ये भी पढ़ें:-घर का खुला मैदान भी किरायेदारी कानून में भवन माना जायेगाः हाईकोर्ट

यूपी में अचानक से गंगा और उसकी सहायक नदियों के जलस्तर में वृद्धि होने की वजह चंबल नदी का पानी प्रयागराज से होते हुए इस ओर आना है. चंबल नदी के पानी के गंगा में मिलने की वजह से इस तरह की स्थिति दिखाई दे रही है. लेकिन प्रशासन को निर्देश दिए गए हैं.
-आशुतोष टंडन, कैबिनेट मंत्री

वाराणसी: गंगा और वरुणा दोनों नदियां वाराणसी में उफान पर हैं. गंगा नदी के ऊपर चढ़ने की वजह से उसकी सहायक नदी वरुणा का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है और सबसे ज्यादा परेशानी इसके किनारे बसे लोगों को उठानी पड़ रही है. बीते कई सालों से गंगा से ज्यादा वरुणा ने तबाही मचाई है.

वाराणसी में गंगा से ज्यादा वरुणा ने मचाई तबाही

वाराणसी में इस बार भी वरुणा एक बार फिर से तबाही मचाने के लिए व्याकुल दिख रही है. वरुणा आसपास के रिहायशी इलाकों में प्रवेश कर चुकी है और बड़े पैमाने पर लोग घर छोड़कर सुरक्षित स्थानों की तरफ पलायन कर रहे हैं. इन सबके बीच आज उत्तर प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री आशुतोष टंडन ने बाढ़ प्रभावित इलाकों का जायजा लिया.

200 से ज्यादा परिवार कर चुके हैं पलायन-
कैबिनेट मंत्री का काफिला सड़क पर बाढ़ का पानी आने के बाद उस पर से होता हुआ गुजरा और कोनिया इलाके में पहुंचा. यहां पर लगभग 200 से ज्यादा परिवार बाढ़ की वजह से या तो अपना घर छोड़ कर जा चुके हैं या फिर घरों की छतों पर त्रिपाल डालकर शरण लिए हुए हैं. इसके अलावा इस इलाके में बनाए गए बाढ़ राहत शिविर में जाकर भी कैबिनेट मंत्री ने यहां रुके बाढ़ प्रभावितों का हालचाल जाना और उन्हें मिल रही सुविधाओं के बारे में जानकारी हासिल की.

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यूपी में अचानक से गंगा और उसकी सहायक नदियों के जलस्तर में वृद्धि होने की वजह चंबल नदी का पानी प्रयागराज से होते हुए इस ओर आना है. चंबल नदी के पानी के गंगा में मिलने की वजह से इस तरह की स्थिति दिखाई दे रही है. लेकिन प्रशासन को निर्देश दिए गए हैं.
-आशुतोष टंडन, कैबिनेट मंत्री

Intro:वाराणसी: गंगा और वरुणा दोनों नदियां वाराणसी में उफान पर हैं गंगा नदी के ऊपर चढ़ने की वजह से उसकी सहायक नदी वरुणा का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है और सबसे ज्यादा परेशानी इस के किनारे बसे लोगों को उठाने पड़ रही है बीते कई सालों से गंगा से ज्यादा वरुणा ने तबाही मचाई है और वाराणसी में इस बार भी वरुणा एक बार फिर से तबाही मचाने के लिए व्याकुल दिख रही है क्योंकि वरुणा आसपास के रिहायशी इलाकों में प्रवेश कर चुकी है और बड़े पैमाने पर लोग घर छोड़कर सुरक्षित स्थानों की तरफ पलायन कर रहे हैं इन सबके बीच आज उत्तर प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री आशुतोष टंडन ने बाढ़ प्रभावित इलाकों का जायजा लिया मंत्री काफिले के साथ वरुणा में आई बाढ़ का जायजा लेने के लिए उन इलाकों में पहुंचे जहां लोग ज्यादा प्रभावित थे.


Body:वीओ-01 कैबिनेट मंत्री का काफिला सड़क पर बाढ़ का पानी आने के बाद उस पर से होता हुआ गुजरा और कोनिया इलाके में पहुंचा यहां पर लगभग 200 से ज्यादा परिवार बाढ़ की वजह से या तो अपना घर छोड़ कर जा चुके हैं या फिर घरों की छतों पर त्रिपाल डालकर शरण लिए हुए हैं इसके अलावा इस इलाके में बनाए गए बाढ़ राहत शिविर में जाकर भी कैबिनेट मंत्री ने यहां रुके बाढ़ प्रभावितों का हालचाल जाना व उन्हें मिल रही सुविधाओं के बारे में जानकारी हासिल की. कैबिनेट मंत्री का कहना था कि यूपी में अचानक से गंगा और उसकी सहायक नदियों के जलस्तर में वृद्धि होने की वजह चंबल नदी का पानी प्रयागराज से होते हुए इस और आना है चंबल नदी के पानी के गंगा में मिलने की वजह से इस तरह की स्थिति दिखाई दे रही है और यह स्थिति अभी धीमी गति से बनी हुई है जिसकी वजह से लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है लेकिन प्रशासन को निर्देश दिए गए हैं कि मेडिकल सुविधाओं के साथ गश्त प्रॉपर वे में की जाए ताकि कोई परेशानी किसी को ना उठानी पड़े और सब सुरक्षित रहें.


Conclusion:वीओ-02 फिलहाल वरुणा का जलस्तर बढ़ने से बड़ी संख्या में लोग बेघर हो गए हैं और गंगा भी अब गलियों से होती हुई सड़क की तरफ बढ़ने लगी है दशा समेत पर गंगा का पानी सड़क तक पहुंचने वाला है जबकि 80 पर पहुंच चुका है इतना ही नहीं गंगा खतरे के निशान से महज 30 सेंटीमीटर की दूरी पर है यानी गंगा का वर्तमान जलस्तर 70.96 मीटर के ऊपर है जबकि वाराणसी में गंगा के खतरे का निशान 71.26 मीटर है.

बाईट- आशुतोष टंडन, केबिनेट मंत्री यूपी
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