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वाराणसी: लोगों में कोरोना का खौफ, दुकानदार कर रहे मास्क की कालाबाजारी

यूपी के वाराणसी में डीएम ने मास्क की कालाबाजारी रोकने और कोरोना वायरस से बचने के नाम पर नकली मास्क बेचने के मामले को गम्भीरता से लिया है. डीएम ने मास्क बेचने वाले दुकानदारों को कड़े निर्देश दिए.

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कोरोना के चलते दुकानदार मास्क की कर रहे कालाबाजारी
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Published : Mar 14, 2020, 6:01 AM IST

वाराणसी: कोरोना के खौफ से इन दिनों हर कोई परेशान है और इसका डर हर किसी को मास्क पहनने पर मजबूर कर रहा है. शायद यही वजह है अचानक से मास्क की मांग बढ़ने से ना सिर्फ इसकी कालाबाजारी हो रही है बल्कि सस्ते मास्क भी खौफ में लोग खरीद रहे हैं.

कोरोना के चलते दुकानदार मास्क की कर रहे कालाबाजारी

इन सभी बातों को ध्यान में रखते हुए वाराणसी के जिलाधिकारी ने मास्क की कालाबाजारी रोकने और वायरस से बचने के नाम पर नकली मास्क बेचने के मामले को सख्ती से लिया है.

डीएम ने कारोबारियों को दिए कड़े निर्देश
इस प्रकरण को संज्ञान में लेते हुए जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने वाराणसी में मास्क का कारोबार करने वाले कारोबारियों को कड़े निर्देश दिए है. उन्होंने निर्देश देते हुए कहा कि कोरोना वायरस के नाम पर लोगों की मजबूरी का फायदा ना उठाया जाए. मास्क की कालाबाजारी करना गलत है. इस हरकत को किसी भी हाल में प्रशासन बर्दाश्त नहीं करेगा.

छापेमारी करने के दिए आदेश
डीएम ने बताया कि इसके लिए अलग-अलग कई टीमें बनाकर दवा दुकानों पर छापेमारी करने के आदेश भी दिए गए हैं. जिला अधिकारी का दावा है कि दुकानों पर अगर मास्क की कालाबाजारी हो रही है और कोरोना वायरस के नाम पर असली मास्क की जगह काम चलाऊ सस्ता नकली मास्क को बेचा जा रहा है. ऐसे दवा दुकानदारों के खिलाफ जांच करवाते हुए इनका लाइसेंस रद्द करने के साथ ही इनके ऊपर कानूनी कार्रवाई की जाएगी.

ये भी पढ़ें: कोरोना वायरस को लेकर स्वास्थ विभाग अलर्ट, 12 देशों से आने वालों के लिए विशेष निगरानी

इनका रखें ध्यान-

  • कोरोना वायरस के नाम पर सिंगल लेयर कपड़े के मास्क का इस्तेमाल ना करें.
  • बाजार में बिकने वाले सस्ते मास्क का प्रयोग नुकसानदायक हो सकता है.
  • कोरोना वायरस से बचने के लिए थ्री लेयर मास्क ही उपयोगी है.
  • कोरोना वायरस से बचने के लिए एन 95 मास्क ही बेस्ट हैं.
  • बाजार में इस मास्क की कीमत 130 रुपये से 150 रुपये है.
  • जबकि यह बाजार में ऊंचे दामों पर बेचा जा रहा है.
  • नॉन ब्रांडेड सर्जिकल और कपड़े वाले मास्क भी 10 से 20 रुपये की जगह 50 से 100 रुपये बिक रहे हैं.

वाराणसी: कोरोना के खौफ से इन दिनों हर कोई परेशान है और इसका डर हर किसी को मास्क पहनने पर मजबूर कर रहा है. शायद यही वजह है अचानक से मास्क की मांग बढ़ने से ना सिर्फ इसकी कालाबाजारी हो रही है बल्कि सस्ते मास्क भी खौफ में लोग खरीद रहे हैं.

कोरोना के चलते दुकानदार मास्क की कर रहे कालाबाजारी

इन सभी बातों को ध्यान में रखते हुए वाराणसी के जिलाधिकारी ने मास्क की कालाबाजारी रोकने और वायरस से बचने के नाम पर नकली मास्क बेचने के मामले को सख्ती से लिया है.

डीएम ने कारोबारियों को दिए कड़े निर्देश
इस प्रकरण को संज्ञान में लेते हुए जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने वाराणसी में मास्क का कारोबार करने वाले कारोबारियों को कड़े निर्देश दिए है. उन्होंने निर्देश देते हुए कहा कि कोरोना वायरस के नाम पर लोगों की मजबूरी का फायदा ना उठाया जाए. मास्क की कालाबाजारी करना गलत है. इस हरकत को किसी भी हाल में प्रशासन बर्दाश्त नहीं करेगा.

छापेमारी करने के दिए आदेश
डीएम ने बताया कि इसके लिए अलग-अलग कई टीमें बनाकर दवा दुकानों पर छापेमारी करने के आदेश भी दिए गए हैं. जिला अधिकारी का दावा है कि दुकानों पर अगर मास्क की कालाबाजारी हो रही है और कोरोना वायरस के नाम पर असली मास्क की जगह काम चलाऊ सस्ता नकली मास्क को बेचा जा रहा है. ऐसे दवा दुकानदारों के खिलाफ जांच करवाते हुए इनका लाइसेंस रद्द करने के साथ ही इनके ऊपर कानूनी कार्रवाई की जाएगी.

ये भी पढ़ें: कोरोना वायरस को लेकर स्वास्थ विभाग अलर्ट, 12 देशों से आने वालों के लिए विशेष निगरानी

इनका रखें ध्यान-

  • कोरोना वायरस के नाम पर सिंगल लेयर कपड़े के मास्क का इस्तेमाल ना करें.
  • बाजार में बिकने वाले सस्ते मास्क का प्रयोग नुकसानदायक हो सकता है.
  • कोरोना वायरस से बचने के लिए थ्री लेयर मास्क ही उपयोगी है.
  • कोरोना वायरस से बचने के लिए एन 95 मास्क ही बेस्ट हैं.
  • बाजार में इस मास्क की कीमत 130 रुपये से 150 रुपये है.
  • जबकि यह बाजार में ऊंचे दामों पर बेचा जा रहा है.
  • नॉन ब्रांडेड सर्जिकल और कपड़े वाले मास्क भी 10 से 20 रुपये की जगह 50 से 100 रुपये बिक रहे हैं.
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