झांसी: मेडिकल कॉलेज में गंभीर हालत में लाई गई विवाहिता की कुछ देर बाद ही मौत हो गई. इसके बाद पहुंचे मायकेवालों ने वहां जमकर हंगामा किया. कहना था कि दहेज के लिए बेटी की हत्या कर दी गई. इस घटना का मर्माहत कर देने वाल पहलू ये कि अस्पताल में अपने नाना के साथ मौजूद 4 साल की बेटी ने सादे पन्नों पर लकीरें खींचकर बताया कि पापा ने मम्मी को कैसे मार दिया. बिटिया जब यह बता रही थी तो वहां पुलिस भी मौजूद थी. फिलहाल इस मामले में पति समेत 4 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है.
मध्य प्रदेश जिले टीकमगढ़ निवासी मृतका के पिता संजीव ने पुलिस को बताया कि उन्होंने पांच साल पहले 2019 में अपनी बेटी सोनाली की शादी झांसी के कोतवाली थाना क्षेत्र शिव परिवार कॉलोनी में संदीप गोदौलिया से की थी. संदीप एमआर है. शादी के बाद से ही दामाद और उसके घरवाले आए दिन बेटी को प्रताड़ित करने लगे. 2020 में बिटिया ने जन्म लिया. तब दामाद ने उनकी बेटी को अस्पताल में ही छोड़ दिया. ताना दिया कि बेटा क्यों नहीं हुआ. अस्पताल का खर्च भी उन्होंने ही उठाया. इसके बाद भी उत्पीड़न रुका नहीं. थे दहेज की मांग लगातार की जाती रही. फिर मामला कोर्ट में 2 वर्ष तक चलता रहा.
आरोप लगाया कि ससुराली समझौता कर बेटी को अपने साथ ले गए. लेकिन कुछ दिन बाद फिर उन्होंने बेटी के साथ मारपीट शुरू कर दी. सोनाली अपनी चार साल की बच्ची को लेकर मायके आ गई. इसके बाद से वह मायके में ही थी. एक दिन पहले रविवार को दामाद संदीप ने परिवार में किसी की बीमारी का हवाला दिया. फिर सोनाली और बेटी को साथ ले गया.
पिता का कहना है कि रात में उनकी बेटी के साथ मारपीट की गई. गले में फंदा लगाकर उसकी हत्या कर दी गई. पुलिस को सूचना दिए बगैर मेडिकल कॉलेज में भर्ती करा दिया. बताया कि जब वह झांसी मेडिकल कॉलेज पहुंचे तो दामाद और उसके घरवाले बेटी के शव को छोड़कर फरार हो गए. पिता का कहना है कि जिस समय उनकी बेटी की हत्या की गई, उस समय उनकी 4 साल की नातिन मौजूद थी. उसने पूरी वारदात पेंटिंग बनाकर बताई है. बताया है कि उसके पापा ने उसकी मां की कैसे हत्या की. बेटी के ससुरालियों पर हत्या का आरोप लगाते हुए मायकेवालों ने अस्पताल में हंगामा किया. कोतवाली प्रभारी शैलेन्द्र सिंह ने बताया कि इस मामले में पति संदीप, सास विनीता, जेठ कृष्ण कुमार और जेठानी मनीषा के खिलाफ मुकदमा लिखा गया है.