वाराणसी: निजीकरण और निगमीकरण के विरोध में डीरेका मजदूर संघ के कर्मचारियों ने चेतावनी सप्ताह कार्यक्रम चलाया है. इस चेतावनी सप्ताह कार्यक्रम के तहत गुरुवार को बाइक जुलूस निकाला गया. इस दौरान कर्मचारियों ने निजीकरण और निगमीकरण के फैसले को सरकार से वापस लिए जाने की मांग की.
डीजल रेल इंजन कारखाना के कर्मचारियों ने निजीकरण और निगमीकरण के विरोध में चेतावनी सप्ताह कार्यक्रम चलाया है. इसके तीसरे दिन बाइक रैली निकाल कर हल्ला बोल कार्यक्रम किया गया. डीरेका मजदूर संघ के बैनर तले कर्मचारियों ने डीरेका परिसर से बाइक रैली निकाल कर सरकार की नीतियों का विरोध किया. यह बाइक रैली डीरेका सिनेमा हॉल से शुरू होकर पूर्वी कॉलोनी होते हुए भूलनपुर स्टेशन मार्ग से जलाली पट्टी कॉलोनियों में भ्रमण करते हुए सब्जी मार्केट से होते हुए इंटर कॉलेज चौराहे पर समाप्त हुई.
इसका नेतृत्व कर रहे डीरेका मजदूर संघ के महामंत्री कृष्ण मोहन तिवारी ने कहा कि हम सभी कर्मचारी मजदूर संघ के बैनर तले निजीकरण और निगमीकरण का विरोध कर रहे हैं. इस विरोध कार्यक्रम के स्वरूप परिसर के कर्मचारियों द्वारा चेतावनी सप्ताह कार्यक्रम चलाया जा रहा है. इसी कार्यक्रम के तहत आज हम लोगों ने बाइक रैली निकालकर निजीकरण और निगमीकरण का विरोध किया है.
तिवारी ने आगे कहा कि अभी तो यह डीरेका परिसर में बाइक रैली निकल रही है, इसके बाद पूरे बनारस में इस तरह की रैली निकालकर आक्रोश को आम जन मानस में मजदूर संघ बताने का कार्य करेगा. उन्होंने कहा कि सरकार अगर मजदूर विरोधी नीतियां जारी रखती हैं, तब इसके बाद यह संगठन दिल्ली में डेरा डाल कर बैठेगा और सरकार को अपनी गलत नीतियों को वापस लेने पर मजबूर किया जाएगा. इस दौरान डीरेका मजदूर संघ के कार्यकर्ताओं ने हाथों में तख्ती और झंडे लेकर निजीकरण और निगमीकरण के फैसले को वापस लिए जाने की मांग की.