अहमदाबाद: डोनाल्ड ट्रंप आधिकारिक तौर पर 20 जनवरी को अमेरिकी राष्ट्रपति पद की शपथ ले ली. इस बीच उनके ऐतिहासिक दूसरे कार्यकाल को खास बनाने के लिए सूरत की एक कंपनी ने उन्हें एक अनोखा और शानदार तोहफा देने का फैसला किया. गुजरात के हीरा व्यवसायों ने हीरे का उपयोग करके ट्रंप की एक आकर्षक और आश्चर्यजनक प्रतिकृति बनाई.
इसे बनाने के लिए सूरत के पांच कुशल रत्न विशेषज्ञों ने दो महीने तक अथक परिश्रम किया. उन्होंने ट्रंप की प्रतिकृति को लैबग्रोन हीरे में तराशकर बनाया है. यह उत्कृष्ट नक्काशीदार हीरे की कलाकृति अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प को उपहार में दी जाएगी.
सूरत के उद्योगपति स्मित पटेल के नेतृत्व में बनाए गए इस हीरे को हाई प्रेशर टेकनोलॉजी का इस्तेमाल करके प्रयोगशाला में तैयार किया गया है. बता दें कि यह हीरा साढ़े चार (4.5) कैरेट का है. इस हीरे की खासियत यह है कि इसकी क्वालिटी और कीमत प्राकृतिक हीरे जैसी ही है.
मंत्रमुग्ध कर देती है हीरे की चमक
पहली नजर में यह एक सामान्य तस्वीर की तरह लगती है, लेकिन इसकी अनोखी चमक देखने वाले को मंत्रमुग्ध कर देती है. इसकी कीमत लगभग 20,00,000 रुपये आंकी गई है. यह विशेष उपहार भारत-अमेरिका संबंधों को नई ऊंचाइयों पर ले जाने के प्रयास के तहत तैयार किया गया है.
पीएम मोदी ने जिल बाइडेन को दिया था हीरा
इससे पहले 2023 में प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन की पत्नी जिल बाइडेन को इसी कंपनी द्वारा बनाया गया 7.5 कैरेट हरा हीरा उपहार में दिया था. हीरे की कटाई और पॉलिशिंग के लिए दुनिया भर में जाना जाने वाला सूरत अब लैबग्रोन डायमंड के क्षेत्र में भी नई ऊंचाइयों को छू रहा है.
कीमत और क्वालिटी प्राकृतिक हीरों के समान
इसे तैयार करने पीछे के मास्टरमाइंड उद्योगपति स्मित पटेल ने कहा कि इन हीरों की कीमत और गुणवत्ता प्राकृतिक हीरों के समान ही है. यह विशेष डोनाल्ड ट्रंप की प्रतिकृति के लिए प्रयोगशाला में तैयार किया गया हीरा है. इसे सूरत में हमारे कारीगरों द्वारा बनाया गया है.
उन्होंने बताया प्राकृतिक हीरों को आमतौर पर खदानों से निकाल कर लाया जाता है और सूरत में उन हीरों को कटिंग और पॉलिशिंग कि जाती हैं. लेकिन इसके विपरीत प्रयोगशाला में विकसित हीरे एक प्रयोगशाला के अंदर तैयार किये जाते हैं.
हालांकि, इसकी कीमत और गुणवत्ता असली हीरों जैसी ही होती है. हीरे को उच्च दबाव में और प्रयोगशाला के अंदर तैयार किया जाता है और फिर रत्न कलाकारों द्वारा काटा और पॉलिश किया जाता है.