वाराणसी: बनारस में बाबा विश्वनाथ का दर्शन करने आने वाले पर्यटकों की संख्या दिन पर दिन बढ़ती ही जा रही है. जी हां श्रद्धालु बाबा विश्वनाथ का दर्शन करने के बाद काठी का भ्रमण करते हैं. कई बार वह चाह कर भी बाबा विश्वनाथ के नजदीक नहीं रह पाते हैं. लेकिन अगर आप अब पहले से ही विश्वनाथ मंदिर में दर्शन और काशी भ्रमण का प्लान बना रहे हैं, तो आपके लिए अच्छी खबर है, क्योंकि अब आपको बाबा विश्वनाथ के मंदिर परिसर में ही रहने की व्यवस्था मिल सकती है. हालांकि यह भवन लगभग 1 साल पहले ही बनकर तैयार हो गया था, लेकिन अगले महीने से अब यहां पर तैयार हुए गेस्ट हाउस में कमरों की बुकिंग शुरू हो जाएगी.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की महत्वाकांक्षी योजना श्री काशी विश्वनाथ धाम के विस्तारित स्वरूप के साथ सीएम की देख-रेख में जन सुविधाओं का भी विस्तार हुआ है, जिससे धाम में आने वाले श्रद्धालुओं को सभी तरह की सुविधाएं मिल रही हैं. विश्वनाथ धाम में मुमुक्षु भवन, वैदिक केंद्र, सामाजिक धार्मिक कार्य स्थल, भोगशाला, गेस्ट हाउस, म्यूजियम जलपान केंद्र समेत कई सुविधाएं विकसित की गई हैं. भवनों के संचालन से बहुत सी सुविधाएं शुरू हो गई हैं. शेष को जल्द शुरू करने की कवायद तेजी से चल रही है.
14 भवन समेत अन्य जन उपयोगी स्थलों में गतिविधियां शुरू
प्रधानमंत्री के ड्रीम प्रोजेक्ट श्रीकाशी विश्वनाथ धाम (Dream Project Shrikashi Vishwanath Dham) में बने भवन अब धीरे धीरे गुलजार होने लगे हैं. श्रीकाशी विश्वनाथ धाम के मुख्य कार्यपालक अधिकारी सुनील वर्मा ने बताया कि 33 भवनों और अन्य उपयोगी भवनों, मार्गों और स्थलों में से 14 भवनों और अन्य जन उपयोगी स्थलों में गतिविधियां शुरू हो गई हैं, जबकि शेष भवनों को भी जल्दी क्रियाशील कर दिया जाएगा. मोक्ष की कामना से लेकर, सुरक्षा, खान पान, धार्मिक और सामाजिक आयोजन, यात्री सुविधा केंद्र, वाराणसी गैलरी, भोगशाला जैसे कई भवन श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए बनाए गए हैं. मालूम हो कि श्री काशी विश्वनाथ मंदिर परिसर लगभग तीन हजार वर्ग फुट से विस्तार लेकर लगभग 5 लाख वर्ग फुट के विशाल क्षेत्र में परिवर्तित हो चुका है.
यह हैं क्रियाशील भवन और अन्य जन उपयोगी स्थल
: मुमुक्षु भवन मोक्ष की मनोकामना के लिए आने वालों के लिए
: अन्नपूर्णा भवन, बाबा के प्रसाद के लिए
: पिनाक व नीलकंठ पवेलियन सुरक्षा और प्रशासनिक व्यवस्था के लिए
: विश्वनाथ द्वार (गोदौलिया गेट)
: शक्ति भवन, (यूटिलिटी भवन), शौचालय
: गंगा दर्शनम (गंगा व्यूइंग गैलरी)
: ललिता घाट (ललिता पथ)
: जलासेन पथ (रैंप बिल्डिंग) केदार भवन
:ओंकारेश्वर भवन, (यात्री सुविधा केंद्र)
जल्द शुरू होने वाले भवन और अन्य जनउपयोगी स्थल
: टूरिस्ट फैसिलिटेशन सेंटर- महाकालेश्वर भवन
: अमृत भवन (जलपान केंद्र)
: मानसरोवर (कैफे बिल्डिंग)
: गंगा दर्शनम (व्यइंग गैलरी) एम्पोरियम
: रामेश्वर भवन (सिटी म्यूजियम)
: सोमनाथ भवन (वाराणसी गैलरी)
: घृष्णेश्वर भवन (स्पिरिचुअल बुक स्टोर)
: व्यास भवन (वैदिक केंद्र )
: भीमाशंकर अतिथि गृह (गेस्ट हाउस)
: त्र्यंबकेश्वर भवन (मल्टीपर्पज हॉल )
: कार्तिकेय वाटिका (गोयनका छात्रावास)
: अमरनाथ संकुल (ब्लॉक 2)
: महाकालेश्वर भवन (टीएफसी)
: पशुपति शंकुल (वैदिक शाप)
: कार्तिकेय संकुल (ब्लॉक 4)
: मल्लिकार्जुन भवन, (यात्री सुविधा केंद्र )
: कैलाश शंकुल शॉप -2
: अमरनाथ शंकुल ब्लॉक -2
जल्द शुरू होने वाले नए भवन में सबसे महत्वपूर्ण गेस्ट हाउस है, क्योंकि अब तक काशी आने वाले पर्यटकों के लिए विश्वनाथ धाम परिसर में रुकने की कोई व्यवस्था नहीं थी, जिस तरह वैष्णो देवी समेत साईनाथ ट्रस्ट और अन्य बड़े मंदिरों में यह सुविधा मंदिर प्रशासन या ट्रस्ट की ऑनलाइन वेबसाइट पर उपलब्ध है. वैसे ही विश्वनाथ मंदिर प्रशासन भी पहले आओ पहले पाओ की तर्ज पर ऑनलाइन बुकिंग की सुविधा उपलब्ध करवाएगा.
इस बारे में शिकायत विश्वनाथ मंदिर प्रशासन मुख्य कार्यपालक अधिकारी सुनील वर्मा का कहना है कि इसके लिए साउथ इंडिया की एक बड़ी होटल इंडस्ट्री से जुड़ी कंपनी को इसका जिम्मा सौंपा गया है. इसके संचालन की पूरी जिम्मेदारी उन्हीं की होगी. मंदिर प्रशासन सिर्फ इसकी निगरानी करेगा. उनकी वेबसाइट के अलावा मंदिर प्रशासन की ऑफिशियल वेबसाइट www.shrikashivishwanath.org के जरिए यहां मौजूद 18 कमरे और 36 डॉरमेट्री की बुकिंग करवाई जा सकती है. इसके लिए अभी कमरे और डोरमेट्री का रेट निर्धारण नहीं हुआ है. हम यह मानकर चल रहे हैं कि नए साल से पहले 15 दिसंबर तक या फिर अगले महीने 1 से 15 तारीख के बीच में ही हम यहां गेस्ट हाउस सुविधा की शुरुआत कर देंगे.
ना मिले कमरा तो ना हो मायूस
श्री काशी विश्वनाथ धाम में जिस तरह से लोगों की भीड़ बढ़ रही है उसको देखते हुए गेस्ट हाउस के यह कमरे और डॉरमेट्री निश्चित तौर पर काफी कम माने जा सकते हैं, यदि आपको यहां पर कमरे नहीं मिलते हैं तो परेशान होने की जरूरत नहीं है, क्योंकि वाराणसी में तमाम हाउस और लॉज भी मौजूद हैं. जहां आपको महेश 1000 रुपये से लेकर 5000 रुपये तक के सस्ते कमरे भी उपलब्ध हो सकेंगे. ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर तमाम वेबसाइट के जरिए इन कमरों की बुकिंग भी करवा सकते हैं.
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