वाराणसी: शारदीय नवरात्रि आज से प्रारम्भ हो गए हैं. नवरात्रि के पहले दिन मां शैलपुत्री के दर्शन की मान्यता है. देश के प्रसिद्ध देवी मंदिरों के साथ-साथ शक्तिपीठों में भक्तों का सैलाब देखा जा सकता है. भोलेनाथ की नगरी काशी में भी शारदीय नवरात्रि हर्ष और उत्साह के साथ मनाया जा रहा है. प्रथम दिन मां शैलपुत्री के पूजन की मान्यता है कि मां शैलपुत्री महान उत्साह वाली देवी और भय का नाश करने वाली हैं. इनकी आराधना से यश, कीर्ति, धन और विद्या कि प्राप्ति होती है और इनकी पूजा मात्र से मोक्ष की भी प्राप्ति होती है.
मान्यतानुसार, जगदम्बा मां शैलपुत्री स्वरूप में पर्वत राज हिमालय के घर में पुत्री रूप में अवतरित हुईं थीं और कालांतर में जगदम्बा इसी स्वरुप में पार्वती के नाम से देवाधिदेव भगवान शंकर की अर्धांगनी बनीं. वाराणसी मे मां शैलपुत्री का मंदिर अलइपुर क्षेत्र मे वरुणा नदी के किनारे स्थित है. नवरात्रि के पहले दिन इस मंदिर में विराजमान मां के दर्शन-पूजन के लिए भक्तों की काफी भीड़ देखने को मिली. हाथों में नारियल और फूल-माला लेकर भक्तों की लंबी कतारें मां के दर्शन के लिए लगी हैं. इस दौरान पूरा मंदिर परिसर जय माता दी के उद्घोष से गूंज उठा.
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