वाराणसी. उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव का अंतिम चरण यानी सातवां चरण 7 मार्च को होना है. ऐसे में राजनीतिक विश्लेषकों के मुताबिक इस बार सत्ता की लड़ाई सीधे तौर पर भारतीय जनता पार्टी और समाजवादी पार्टी के बीच मानी जा रही है लेकिन प्रियंका गांधी ने जिस तरह से 40% महिलाओं को टिकट बांट कर एक नई क्रांति की शुरुआत की उसने पढ़ी-लिखी महिलाओं को राजनीति में आने का अवसर प्रदान किया.
ऐसी ही एक वेल एजुकेटेड महिला वाराणसी की शहर दक्षिणी विधानसभा सीट से कांग्रेस के टिकट पर चुनावी मैदान में हैं. बीजेपी के गढ़ में कांग्रेस की इस महिला प्रत्याशी का नाम मुदिता कपूर है. वह काशी के प्रतिष्ठित अग्रवाल परिवार से ताल्लुक रखने वाली मुदिता कपूर कांग्रेस युवा नेता और उत्तर प्रदेश कांग्रेस के रिसर्च सेल के प्रेसिडेंट गौरव कपूर की पत्नी हैं जो कि बनारस में काफी प्रतिष्ठित और मिलनसार व्यक्तित्व माने जाते है और इसी वजह से उनकी पत्नी भी काफी चर्चाओं में है.
कांग्रेस प्रत्याशी मुदिता कपूर के बारे में काफी कम लोगों को पता है कि वह एक अनुभवी हेरिटेज आर्किटेक्ट भी हैं. हेरिटेज आर्किटेक्ट के रूप में प्रदेश में गिने-चुने लोग हैं मौजूद हैं उनमें से एक नाम मुझे मुदिता का भी है. यही वजह है कि मुदिता को एक समाज में प्रतिष्ठित महिला के तौर पर खुद की पहचान बनाने के साथ ही कांग्रेस ने बीजेपी के सबसे मजबूत किले से उम्मीदवार घोषित किया है.
इतना ही नहीं मुदिता हमेशा से ही सामाजिक कार्यों में बढ़-चढ़कर आगे रहीं हैं. कोरोना काल के दौर मुदिता और गौरव ने मिलकर बनारस के एक बड़े निचले तबके के लोगों तक मदद पहुंचाने का काम किया था.
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वहीं, कांग्रेस प्रत्याशी मुदिता कपूर का कहना है कि उन्होंने निर्वाचन क्षेत्र में राजनीति में महिलाओं की अधिक भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए मोर्चा संभाला है. वे शहर स्तर पर राजनीति और कार्यक्षेत्र में लैंगिक समानता हासिल करने के लिए ईमानदारी से प्रयास कर रहीं हैं.
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