प्रयागराज: महाकुंभ में आने वाले श्रद्धालु अर्जी वाले हनुमान जी के शिविर में भी पहुंच रहे हैं. 13 जनवरी से लेकर अभी तक 5 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने दरबार में अर्जी लगायी है.
पीठाधीश्वर और निरंजनी अखाड़े के वरिष्ठ महामंडलेश्वर स्वामी प्रेमानंद महाराज ने बताया कि हनुमान जी के दरबार में 5 करीब लाख अर्जी लगायी गयी है, जबकि मेल और व्हाट्सएप के जरिये लगायी जाने वाली अर्जियों की गिनती नहीं की गयी है.
स्वामी प्रेमानंद ने बताया, महाकुंभ में स्नान करने के बाद भक्त अपनी मनोकामनाओं की अर्जी लेकर शिविर में पहुंच रहे हैं. चिट्ठी वाली इन सभी अर्जियों को एकत्रित कर उज्जैन स्थित मंदिर में भेजा गया है. साल भर में एकत्र की गयी सारी अर्जियों को पुनः लगाकर अप्रैल माह में हवन कर दिया जाएगा.
तीन बार लगानी पड़ती है अर्जी: स्वामी प्रेमानंद ने बताया की दरबार में तीन बार अर्जी लगाने वालों की मनोकामनाएं पूरी होती हैं. हालांकि हनुमान जी के कुछ प्रिय भक्तों की मनोकामना पहली अर्जी में भी पूरी हो जाती है.
उज्जैन में भी है मंदिर: कुछ लोगों की ऑनलाइन अर्जियों पर एक ही बार में मनोकामना पूरी हो जाती है. जिसकी जानकारी उन भक्तों के मंदिर में आकर देने पर होती है. उन्होंने बताया कि अर्जी वाले हनुमान जी का मंदिर उज्जैन में महाकाल मंदिर के पास स्थित है.
हर साल दी जाती है आहुति: हर साल अप्रैल महीने में एक से डेढ़ करोड़ की संख्या में आयी हुई अर्जियों का हवन करके आहुति दे दी जाती है. उन्होंने बताया कि ऐसी मान्यता है कि यहां पर सच्चे मन से तीन बार अर्जी लगाने वाले भक्तों की मनोकामनाएं पूरी होती हैं.
यही कारण है कि महाकुंभ में भी प्रतिदिन 20 से 25 हजार श्रद्धालु अर्जी लेकर आते रहे हैं. जिनकी अर्जियों को 20 फरवरी को कैंप समापन से पहले ही उज्जैन भेज दिया गया है.