वाराणसी: कमिश्नर दीपक अग्रवाल ने वाराणसी में सेतु निगम द्वारा निर्माणाधीन आरओबी का शुक्रवार को स्थलीय निरीक्षण किया. इस दौरान कमिश्नर ने समय से गुणवत्ता पूर्वक और सेफ्टी मेजर अपनाते हुए कार्य पूर्ण करने का निर्देश दिया. कपसेठी आरओबी के निरीक्षण में कमिश्नर ने कार्य की गुणवत्ता के बारे में पूछताछ की. 38.10 करोड़ रुपये की लागत से स्वीकृत इस आरओबी में 45 फीसदी कार्य पूरा हो चुका है. पूरा पैसा राज्य सरकार वहन कर रही है. इसका रेलवे के ऊपर का भाग रेलवे द्वारा बनाया जा रहा है.
कमिश्नर ने कालिका धाम वरुणा पुल को बताया अति महत्वपूर्ण
19.13 करोड़ रुपये लागत से निर्माणाधीन कालिका धाम वरुणा पुल का भी कमिश्नर ने निरीक्षण किया. इस दौरान कमिश्नर ने इस पुल को अतिमहत्वपूर्ण बताते हुए यहां श्रमिकों की संख्या बढ़ाकर युद्ध स्तर पर अभियान चलाकर इसे पूर्ण करने के निर्देश दिए. शासन द्वारा निर्माण के लिए 15.31 करोड़ रुपये धनराशि अवमुक्त कर दिया गया है. कमिश्नर द्वारा आशापुर आरओबी के निरीक्षण में पाया गया कि तेजी से कार्य चल रहा था. 75 फीसदी कार्य पूर्ण भी हो चुका है. कमिश्नर ने सर्विस लेन प्राथमिकता पर बनाने का निर्देश देते हुए कहा कि इससे आवागमन में सुविधा होगी. इस पुल के निर्माण कार्य को पूर्ण करने के लिए शासन द्वारा फरवरी 2021 का समय निर्धारित किया गया है. लेकिन कमिश्नर ने श्रमिकों की संख्या बढ़ाकर युद्ध स्तर पर अभियान चलाकर इसे इसी वर्ष के अंत तक पूर्ण करने का निर्देश दिया.
कोनिया घाट वरुणा पर पुल का निर्माण कार्य बंद मिला
इसके अलावा 26.21 करोड़ रुपये की लागत से 100 मीटर लंबे निर्माणाधीन कोनिया घाट वरुणा पर पुल के निरीक्षण में कमिश्नर ने देखा मौके पर कार्य बंद था. सेतु निगम के अभियंता ने बताया कि नदी में पानी बढ़ने से कार्य रोका गया है. कमिश्नर दीपक अग्रवाल ने तत्काल कार्य शुरू कराने का निर्देश दिया. इस पुल का लगभग 40 फीसदी कार्य पूर्ण हो चुका है. सेतु निगम के अभियंता द्वारा बताया गया कि इस पुल का निर्माण कार्य फरवरी 2021 तक पूर्ण कर लिया जाएगा.
अच्छे एक्सपर्ट से सुझाव लेने का दिया निर्देश
62.78 करोड़ रुपये लागत से 1355 मीटर लंबे निर्माणाधीन कज्जाकपुरा आरओबी के निरीक्षण के दौरान सेतु निगम के अभियंता ने बताया कि इसमें बीच में सीवर लाइन आ रही है. इसलिए रिवाइज्ड इस्टीमेट व डिजाइन शासन को भेजी जा रही है. स्वीकृत एवं जहां बदलाव नहीं होना है, वहां कार्य प्रारंभ करा दिया गया है. कमिश्नर दीपक अग्रवाल ने इसमें अच्छे एक्सपर्ट से सुझाव लेकर संशोधित लेआउट करने जोर दिया, ताकि आरओबी बनाने के बाद कोई परेशानी नहीं आए.
इस दौरान कमिश्नर ने कहा कि उक्त आरओबी व पुलों के निर्माण से बनारस के सड़क मार्ग जो अन्य जनपदों तथा प्रयागराज, आजमगढ़, चंदौली, गाजीपुर को जाने में सुगमता होगी. कज्जाकपुरा आरओबी शहर के भीतरी भाग के यातायात को सुगम करेगा. निरीक्षण के दौरान मुख्य परियोजना प्रबंधक दीपक गोविल, उप परियोजना प्रबंधक सेतु निगम रोहित मिश्रा सहित कार्यदाई संस्था के अन्य अधिकारीगण उपस्थित रहे.