वाराणसी: काशी हिंदू विश्वविद्यालय के पूर्व और वर्तमान छात्रों ने देश में बढ़ती बेरोजगारी व आर्थिक संकट के खिलाफ दरिद्रता भगाने के लिए सूप पीटकर अनोखा प्रदर्शन किया. इस प्रदर्शन कर रहे छात्रों ने सरकार से रोजगार देने की मांग की.
जिले के सुसवाही क्षेत्र में छात्रों ने अपना प्रदर्शन किया. मंगलवार को बीएचयू के छात्रों के हाथों में पोस्टर लेकर अपना विरोध प्रदर्शन किया. जिसमें लिखा था "हर छात्र की यही पुकार रोजगार दो सरकार", "न चोर हूं न चौकीदार हूं सरकार की गलत नीतियों का मारा बेरोजगार". प्रदर्शन के दौरान बीएचयू के छात्र जितेंद्र सिंह ने कहा कि देश में जिस प्रकार की दरिद्रता हर स्थान पर आई है. उसे दूर करने के लिए सरकार के खिलाफ आज हम लोगों ने सूप पीटकर प्रदर्शन किया है.
इस दौरान पूर्व बीएचयू छात्र अमित राय ने बताया कि हमारे समाज में यह सदियों पुरानी परंपरा है. सूप पीटकर घर से दरिद्रता को भगाया जाता है. इस समय पूरे देश में दरिद्रता का साया है. सरकार की गलत नीतियों के कारण बेरोजगारी बढ़ रही है. रोजगार देने के स्थान पर रोजगार छीना जा रहा है. नई नियुक्ति पर रोक लगा दी गई है. देश के युवाओं की बात सुनने वाला कोई नहीं है. इसीलिए दरिद्रता रूपी साये को देश से भगाने के लिए आज युवाओं ने अपने समाज की पुरानी परंपरा के अनुसार सूप पीटकर विरोध प्रदर्शन किया है.