वाराणसी: तुलसी घाट पर लगातार हो रहे हादसों को देखते हुए प्रशासन ने इस घाट पर गंगा स्नान करने पर पाबंदी लगा दी है. लोगों की जानकारी के लिए पुलिस ने घाट पर बाकायदा नोटिस बोर्ड लगा दिया है. यह वही घाट है जिस पर गोस्वामी तुलसीदास ने राम चरित मानस की चौपाइयों की रचना की थी. बीते कुछ दिनों से घाट के गहरे होने के चलते लोगों की जान जा रही है. इसके चलते प्रशासन ने यह फैसला लिया है.
पुलिस कमिश्नरेट की तरफ से लगाए गए इस बोर्ड पर लिखा है कि 'इस घाट पर पानी की गहराई अधिक होने के कारण यहां स्नान करना सख्त मना है'. जानकारी के मुताबिक, यहां बीते एक महीने में लगभग 5 छात्रों की डूबने से मौत हो चुकी है. इसमें केंद्रीय विद्यालय के दो छात्र थे. इनके अलावा 1 मई सुबह दो छात्र तो वहीं शाम को एक छात्र की डूबने से मौत हो गई. इसके बाद पुलिस प्रशासन ने हरकत में आकर तुलसी घाट पर स्नान प्रतिबंधित करते हुए नोटिस बोर्ड चस्पा कर दिया है.
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नाविक राजा साहनी ने बताया कि वहां पर काफी लोग नहाते हैं. मना करने और समझाने के बाद भी लोग नहीं मानते हैं. गहरे पानी में जाने से कई लोगों की मौत हो चुकी है. अगर हम मौके पर रहते हैं तो उन्हें बचा लेते हैं. स्नान के लिए पाबंदी और बोर्ड लगाए जाने के बाद भी लोग स्नान करते हैं.
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