चन्दौली: पिछले काफी दिनों से चल रही अटकलों के बाद सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर को मंत्रिमंडल से बर्खास्त कर दिया. सीएम योगी आदित्यनाथ ने सोमवार सुबह राज्यपाल राम नाईक से उन्हें बर्खास्त करने की सिफारिश की थी, जिसके बाद राज्यपाल ने सिफारिश को मंजूरी दे दी. ओमप्रकाश राजभर पिछड़ा वर्ग और दिव्यांग जन कल्याण मंत्री के पद पर थे. इस मामले में ईटीवी भारत से बातचीत में राज्यमंत्री अनिल राजभर ने सरकार के फैसले का स्वागत किया.
क्या बोले अनिल राजभर...
- सीएम योगी के फैसले का स्वागत है, पूरा राजभर समाज इस फैसले का स्वागत कर रहा है.
- ओमप्रकाश राजभर समाज नहीं बल्कि परिवार के लिए राजनीति कर रहे थे.
- परिवार के लिए राजनीति करने वाले का यही अंत होगा.
- ओमप्रकाश राजभर ने गठबंधन धर्म का पालन नहीं किया.
- बीजेपी ने गठबंधन बचाने का पूरा प्रयास किया.
चुनाव के अगले दिन ही निष्कासन पर क्या बोले अनिल राजभर
- उसी समय पर उचित फैसला लिया गया.
- बनारस में प्रधानमंत्री की सभा के बाद ही किया गया होता निष्कासन तो अब तक कोई नाम लेने वाला नहीं बचता.
- प्रधानमंत्री मोदी के अलावा राजभर समाज का भला सोचने वाला कोई नहीं.
निष्कासन के बाद डैमेज कंट्रोल पर बोले अनिल राजभर
- चुनाव परिणाम बताएगा कि उनका कितना डैमेज है.
- 'मुट्ठी बंद है तो लाख की, खुल गई तो खाक की'.
वहीं, खाद्य प्रसंस्करण, होमगार्ड व सैनिक कल्याण राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) अनिल राजभर से उनके कद को बढ़ाए जाने के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि हम जिम्मेदार कार्यकर्ता हैं. पार्टी का हर निर्णय हमें मंजूर है.