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वाराणसी में कोविड को लेकर अलर्ट, एयरपोर्ट से लेकर बस स्टैंड तक बढ़ाई गई सक्रियता - वाराणसी में कोरोना मरीज

देश बढ़ते कोरोना केसों को देखते हुए वाराणसी में हाई अलर्ट कर दिया गया है. इसके लिए एयरपोर्ट पर स्क्रीनिंग बढ़ा दी गई है. इसी के साथ अस्पतालों में भी तैयारी सर्तकता के साथ की जा रही है.

वाराणसी में कोविड को लेकर हाई अलर्ट
वाराणसी में कोविड को लेकर हाई अलर्ट
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Published : Apr 1, 2023, 5:14 PM IST

वाराणसी में कोविड को लेकर हाई अलर्ट

वाराणसी: देश में लगातार बढ़ रहे कोरोना के मामलों को देखते हुए वाराणसी में भी हाई अलर्ट घोषित कर दिया गया है. जिसके तहत एयरपोर्ट से लेकर के अस्पतालों तक जांच के दायरे बढ़ा दिए गए हैं. वहीं, अस्पतालों में कोरोना को लेकर के व्यवस्थाओं को दुरुस्त किया जा रहा है.

बता दें कि वाराणसी में 1 महीने में लगभग 16 कोरोना के मरीज मिले हैं, जिनमें से 8 वर्तमान में सक्रिय हैं. इन मरीजों में दो विदेशी नागरिक शामिल हैं. ऐसे में स्वास्थ्य विभाग अब विदेश से वाराणसी आने वाले मरीजों की स्क्रीनिंग शुरू कर दी गई है. वहींं कोरोना गाइडलाइन को जारी करने के साथ ट्रेसिंग पर भी जोर दिया जा रहा है. इसी क्रम में शनिवार को जिला अस्पताल में मॉक ड्रिल भी किया गया. इस दौरान कोविड की व्यवस्थाओं की जांच परख भी की गई.

विदेशी पर्यटकों की स्क्रीनिंग शुरू: सीएमओ डॉ.संदीप चौधरी का कहना है कि 'हम कोरोना को लेकर के पूरी तरीके से सतर्क है. वाराणसी में दो विदेशी नागरिक पॉजिटिव पाए गए हैं. ऐसे में एयरपोर्ट से लेकर के स्टेशन बस स्टैंड व अलग-अलग स्थानों पर स्क्रीनिंग बढ़ा दी गई है. इसके साथ ही सभी टीमों को सक्रिय दिया गया है. मरीजों की सुविधा को देखते हुए अस्पतालों में भी आरक्षित करने की व्यवस्था शुरू कर दी गई है.'

अस्पतालों में बेड हुए आरक्षित: डॉ. संदीप चौधरी के अनुसार वाराणसी के पंडित दीनदयाल अस्पताल, शिवपुर सीएचसी में 10 बेड आरक्षित किए गए हैं. इसके साथ ही सर सुंदरलाल अस्पताल को भी एक्टिव मोड पर डाल दिया गया है. उन्होंने बताया कि अलग-अलग सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर भी 5–5 बेड और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर दो-दो बेड मरीज के लिए आरक्षित करने के निर्देश दे दिए गए हैं. उन्होंने कहा कि पूरी कोशिश है कि वाराणसी को कोविड के नए वेरिएंट से सुरक्षित रख सकें.

लोगों को सतर्क रहने की जरूरत: डॉ. संदीप चौधरी ने बताया कि कोविड का यह नया वैरिएंट घातक नहीं है फिर भी लोगों को सचेत रहने की जरूरत है. इसके लिए यदि किसी व्यक्ति को सांस लेने में दिक्कत, सांस तेज चलना, बुखार या खांसी जैसी समस्या है तो तुरंत नजदीकी चिकित्सक से सलाह लेने की जरूरत है.

यह भी पढ़ें:अमेरिका की इस तकनीक पर वाराणसी में बनने जा रही सड़कें, न फिसलेंगी गाड़ियां, न आएगा कोई क्रैक

वाराणसी में कोविड को लेकर हाई अलर्ट

वाराणसी: देश में लगातार बढ़ रहे कोरोना के मामलों को देखते हुए वाराणसी में भी हाई अलर्ट घोषित कर दिया गया है. जिसके तहत एयरपोर्ट से लेकर के अस्पतालों तक जांच के दायरे बढ़ा दिए गए हैं. वहीं, अस्पतालों में कोरोना को लेकर के व्यवस्थाओं को दुरुस्त किया जा रहा है.

बता दें कि वाराणसी में 1 महीने में लगभग 16 कोरोना के मरीज मिले हैं, जिनमें से 8 वर्तमान में सक्रिय हैं. इन मरीजों में दो विदेशी नागरिक शामिल हैं. ऐसे में स्वास्थ्य विभाग अब विदेश से वाराणसी आने वाले मरीजों की स्क्रीनिंग शुरू कर दी गई है. वहींं कोरोना गाइडलाइन को जारी करने के साथ ट्रेसिंग पर भी जोर दिया जा रहा है. इसी क्रम में शनिवार को जिला अस्पताल में मॉक ड्रिल भी किया गया. इस दौरान कोविड की व्यवस्थाओं की जांच परख भी की गई.

विदेशी पर्यटकों की स्क्रीनिंग शुरू: सीएमओ डॉ.संदीप चौधरी का कहना है कि 'हम कोरोना को लेकर के पूरी तरीके से सतर्क है. वाराणसी में दो विदेशी नागरिक पॉजिटिव पाए गए हैं. ऐसे में एयरपोर्ट से लेकर के स्टेशन बस स्टैंड व अलग-अलग स्थानों पर स्क्रीनिंग बढ़ा दी गई है. इसके साथ ही सभी टीमों को सक्रिय दिया गया है. मरीजों की सुविधा को देखते हुए अस्पतालों में भी आरक्षित करने की व्यवस्था शुरू कर दी गई है.'

अस्पतालों में बेड हुए आरक्षित: डॉ. संदीप चौधरी के अनुसार वाराणसी के पंडित दीनदयाल अस्पताल, शिवपुर सीएचसी में 10 बेड आरक्षित किए गए हैं. इसके साथ ही सर सुंदरलाल अस्पताल को भी एक्टिव मोड पर डाल दिया गया है. उन्होंने बताया कि अलग-अलग सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर भी 5–5 बेड और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर दो-दो बेड मरीज के लिए आरक्षित करने के निर्देश दे दिए गए हैं. उन्होंने कहा कि पूरी कोशिश है कि वाराणसी को कोविड के नए वेरिएंट से सुरक्षित रख सकें.

लोगों को सतर्क रहने की जरूरत: डॉ. संदीप चौधरी ने बताया कि कोविड का यह नया वैरिएंट घातक नहीं है फिर भी लोगों को सचेत रहने की जरूरत है. इसके लिए यदि किसी व्यक्ति को सांस लेने में दिक्कत, सांस तेज चलना, बुखार या खांसी जैसी समस्या है तो तुरंत नजदीकी चिकित्सक से सलाह लेने की जरूरत है.

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