वाराणसी: धर्म नगरी काशी में श्रीहनुमान जन्मोत्सव के उपलक्ष में संकट मोचन दरबार में संकट मोचन संगीत समारोह का आयोजन किया जाएगा. वैश्विक महामारी के कारण दो वर्षों तक इसका आयोजन सोशल मीडिया के माध्यम से किया जा रहा था. अब एक बार फिर से संकट मोचन दरबार में इसका आयोजन किया जाएगा जिसमें संगीत के मूर्धन्य विद्वानों द्वारा अपनी प्रस्तुति दी जाएगी. संगीत समारोह की खास बात यह है कि यहां पर मुस्लिम समुदाय के कलाकार भी आते हैं और अपनी प्रस्तुति देते है.
संकट मोचन संगीत समारोह चेत्र सुदी पूर्णिमा को यानी 16 अप्रैल से प्रारंभ होकर वैशाख की स्थितियां 19 अप्रैल तक चलेगा. इसमें काशी सहित विश्व के सुप्रसिद्ध कलाकार हाजिरी लगाएंगे. 20 अप्रैल से 25 अप्रैल तक छह दिवसीय संकट मोचन संगीत समारोह का आयोजन होगा जिसमें कुल 49 कलाकार सम्मिलित होंगे. वहीं, 99 वर्षों में पहली बार ऐसा होगा जब पद्मभूषण बिरजू महाराज, पद्मश्री राजन मिश्रा और पंडित जसराज बाबा के दरबार में शामलि नहीं होंगे.
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वहीं, प्रोफेसर विश्वंभर नाथ मिश्र ने बताया यह एक पारंपरिक कार्यक्रम है. 6 दिन का यह संगीत समारोह होता है. सभी कार्यक्रम हनुमान जयंती के अवसर पर किए जाते हैं. पहले दिन मंडली रामचरितमानस का चैती में पाठ करेंगे. इस दौरान ध्वजा यात्रा निकाली जाएगी. सुंदरकांड वाल्मीकि रामायण का पाठ व रुद्राभिषेक के साथ राम अर्चना की जाएगी. यही नहीं, कार्यक्रम में पुराने कलाकारों के साथ नई पीढ़ी भी मंच पर अपनी प्रतिभाग दिखाएगी.
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