वाराणासी: बच्चे आधुनिक शिक्षा को सहजता से स्वीकार करें, जिसको लेकर सरकार तमाम इंतजाम कर रही है. इसी क्रम में नई शिक्षा नीति के तहत भी बहुत सारे बदलाव किए गए हैं. जिससे बच्चों को स्मार्ट तरीके से पढ़ाया जा सके. इसी क्रम में प्राथमिक विद्यालयों को भी स्मार्ट बनाया जा रहा है. वाराणासी जनपद में भी 550 सरकारी स्कूलों की 1100 कक्षाओं को पूरी तरीके से स्मार्ट बनाया जा रहा है. खास बात यह है कि इन स्कूलों में जर्मनी और अमेरिका के तकनीकी उपकरणों का इस्तेमाल किया जाएगा.
550 स्कूलों बनाए जाएंगे स्मार्ट
बीएसए राकेश सिंह ने बताया कि अध्ययन में बच्चों की रुचि बढ़ाने के लिए लगातार सरकार के द्वारा विद्यालयों में स्मार्ट क्लास की सुविधा बढ़ाई जा रही है, जिसके तहत जिले में अब तक 700 विद्यालयों में स्मार्ट क्लास सिस्टम लगाया जा चुका है और आने वाली कड़ी में 550 अन्य विद्यालयों की कक्षाओं को स्मार्ट क्लास में तब्दील किया जाएगा. उन्होंने बताया कि प्रति विद्यालय दो कक्षाओं को स्मार्ट किया जाएगा और इस तरह से इन सरकारी स्कूलों में 1100 कक्षाएं पूरी तरह से स्मार्ट बनाई जाएंगी. जिसमें प्रोजेक्टर, टीवी और अन्य उपकरण लगाए जाएंगे.
उन्होंने बताया कि इसको लेकर के शासन की ओर से बजट को भी पास कर दिया गया है. इन स्कूलों को स्मार्ट डिजिटल बनाने के लिए जर्मनी और अमेरिका की तकनीक वाले हाईटेक उपकरण प्रयोग में लाए तै जाएंगे. उन्होंने बताया कि इन सब बदलाव के कारण जहां एक ओर शिक्षा गुणवत्ता पूर्ण होगी तो वहीं दूसरी ओर बच्चे आधुनिक शिक्षा से भी जुड़ सकेंगे.
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ये होंगी सुविधाएं
बता दें कि स्मार्ट क्लास में ब्लैक बोर्ड की जगह एक बड़ी सी एलईडी स्क्रीन होगी. जहां पर कंप्यूटर प्रोजेक्टर की सहायता से बच्चों को पढ़ाया जाएगा. इसके साथ ही पाठ और सवालों को समझाने के लिए 3D इमेज, डायग्राम अलग-अलग तरह के वीडियो और अन्य आधुनिक स्मार्ट क्लिप का प्रयोग किया जाएगा. जिसे देखकर बच्चे आसानी से अपने पाठ्यक्रम को समझ सके और पढ़ने के प्रति उनकी रुचि को भी बढ़ाया जा सके.
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