उन्नाव: कुछ दिन पहले हसनगंज तहसील में ठगी का एक बड़ा मामला सामने आया था. जनपद के विकासखंड मियागंज में ग्राम प्रधान राजेंद्र रावत और कोटेदार शिवनंदन रावत बाप-बेटे की अवैध तरीके से वसूली करने का मामला सामने आया था. जिस मामले में ईटीवी भारत ने कवरेज करते हुए प्रशासनिक अधिकारियों को अवगत कराया था. जिस मामले में आधिकारिक टीम का गठन कर जांच की जा रही है.
- बाप-बेटे मिलकर सरकारी योजनाओं के नाम पर ग्रामीणों से काफी लंबे समय से पैसे ऐंठ रहे थे.
- ग्राम प्रधान राजेंद्र रावत और कोटेदार शिवनंदन रावत ने ग्रामीणों से लाखों रुपये की ठगी की.
- ईटीवी भारत ने जब इस मामले का कवरेज किया तो खंड विकास अधिकारी और उप जिलाधिकारी ने ग्रामीणों की शिकायतों पर ध्यान देते हुए जांच के आदेश दिए.
- जांच के आदेश पर ब्लॉक के एपीओ भानु प्रताप, जय मुकेश कुमार व ग्राम विकास अधिकारी धीरेंद्र प्रताप सिंह की 3 सदस्यीय टीम ने गांव पहुंचकर जांच की.
- जांच की सूचना पाते ही ग्राम प्रधान और कोटेदार ने कुछ ग्रामीणों के पैसे वापस कर दिए हैं.
- आधिकारिक टीम मामले की जांच कर रही है.
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कोटरा का मजरा, मिश्रापुर के आठ लोगों ने शिकायत की थी. लिखित खंड विकास अधिकारी महोदय को शिकायती पत्र दिया गया था. जिसमें पट्टा और आवास के नाम पर ग्रामीणों से पैसा लिया गया था. उसी के संबंध में विकास खण्ड अधिकारी ने 3 लोगों की टीम बनाई थी. जांच के समय तीन लोग मौके पर मौजुद थे और बाकी लोग मौके पर नहीं मिले.
भानू प्रताप, एपीओ