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'मिशन कायाकल्प' के तहत कॉन्वेंट स्कूलों की तर्ज पर विकसित होंगे जिले के प्राथमिक विद्यालय

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Published : Nov 8, 2019, 5:07 PM IST

उत्तर प्रदेश के उन्नाव जिले में कॉन्वेंट स्कूल को टक्कर देने के इरादे से उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षा परिषद ने मिशन कायाकल्प को बढ़ावा देना शुरू कर दिया है. इसके लिए पेरेंट्स और टीचर मीटिंग की अनिवार्यता के साथ विद्यालयों में अभिभावक डेस्क बनेगी.

कॉन्वेंट स्कूलों की तर्ज पर विकसित होंगे जिले के प्राथमिक विद्यालय

उन्नाव: जिले में सरकारी प्राथमिक विद्यालयों का कायाकल्प होना शुरू हो गया है. आपको बता दें कि कॉन्वेंट स्कूल को टक्कर देने के लिए उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षा परिषद ने स्कूल में पढ़ रहे बच्चों के अभिभावक से बीईओ और प्रधान शिक्षक वार्ता करेंगे. बच्चा पढ़ाई में कैसा है, आगर वह स्कूल कम आता है तो इसके पीछे का कारण क्या है, इन सब बातों पर चर्चा करेंगे. इतना ही नहीं अभिभावकों की शिकायत को भी सुना जाएगा.

कॉन्वेंट स्कूलों की तर्ज पर विकसित होंगे जिले के प्राथमिक विद्यालय

जाने क्या है पूरा मामला-

  • उन्नाव जिले में प्राथमिक विद्यालयों के कायाकल्प की तैयारी शुरू की गई.
  • अभिभावक डेस्क स्थापित कर शिकायतों के निस्तारण करने की तैयारी की जाएगी.
  • कॉन्वेंट स्कूल की तर्ज पर होगा प्राथमिक विद्यालयों का कायाकल्प.
  • अभिभावक से बीईओ और प्रधान शिक्षक वार्ताकर बच्चों की पढ़ाई पर ध्यान देंगे.
  • अभिभावकों द्वारा की गई शिकायतों का रिकॉर्ड सुरक्षित रखने की योजना तैयार होगी.
  • बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ, कन्या सुमंगला योजना की शुरूआत की जाएगी.
  • महत्वाकांक्षी योजना की जानकारी बैठक के माध्यम से अभिभावकों को दी जाएगी.


अभिभावक डेस्क से सरकारी योजनाओं का प्रचार-प्रसार भी किया जाएगा. इसमें अभियान में बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ, कन्या सुमंगला योजना की शुरूआत होगी. महत्वाकांक्षी योजनाओं की जानकारी बैठक के माध्यम से अभिभावकों को दी जाएगी. शिकायतों के निस्तारण की भूमिका में बीईओ और प्रधान शिक्षक होंगे. इनकी जिम्मेदारी होगी कि वह बच्चों की शिक्षा को लेकर उनके अभिभावकों को संतुष्ट करें. समग्र शिक्षा अभियान के तहत बच्चों को मिलने वाली सुविधाओं में किसी प्रकार की शिकायत को सुनी जाएगी.

उन्नाव: जिले में सरकारी प्राथमिक विद्यालयों का कायाकल्प होना शुरू हो गया है. आपको बता दें कि कॉन्वेंट स्कूल को टक्कर देने के लिए उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षा परिषद ने स्कूल में पढ़ रहे बच्चों के अभिभावक से बीईओ और प्रधान शिक्षक वार्ता करेंगे. बच्चा पढ़ाई में कैसा है, आगर वह स्कूल कम आता है तो इसके पीछे का कारण क्या है, इन सब बातों पर चर्चा करेंगे. इतना ही नहीं अभिभावकों की शिकायत को भी सुना जाएगा.

कॉन्वेंट स्कूलों की तर्ज पर विकसित होंगे जिले के प्राथमिक विद्यालय

जाने क्या है पूरा मामला-

  • उन्नाव जिले में प्राथमिक विद्यालयों के कायाकल्प की तैयारी शुरू की गई.
  • अभिभावक डेस्क स्थापित कर शिकायतों के निस्तारण करने की तैयारी की जाएगी.
  • कॉन्वेंट स्कूल की तर्ज पर होगा प्राथमिक विद्यालयों का कायाकल्प.
  • अभिभावक से बीईओ और प्रधान शिक्षक वार्ताकर बच्चों की पढ़ाई पर ध्यान देंगे.
  • अभिभावकों द्वारा की गई शिकायतों का रिकॉर्ड सुरक्षित रखने की योजना तैयार होगी.
  • बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ, कन्या सुमंगला योजना की शुरूआत की जाएगी.
  • महत्वाकांक्षी योजना की जानकारी बैठक के माध्यम से अभिभावकों को दी जाएगी.


अभिभावक डेस्क से सरकारी योजनाओं का प्रचार-प्रसार भी किया जाएगा. इसमें अभियान में बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ, कन्या सुमंगला योजना की शुरूआत होगी. महत्वाकांक्षी योजनाओं की जानकारी बैठक के माध्यम से अभिभावकों को दी जाएगी. शिकायतों के निस्तारण की भूमिका में बीईओ और प्रधान शिक्षक होंगे. इनकी जिम्मेदारी होगी कि वह बच्चों की शिक्षा को लेकर उनके अभिभावकों को संतुष्ट करें. समग्र शिक्षा अभियान के तहत बच्चों को मिलने वाली सुविधाओं में किसी प्रकार की शिकायत को सुनी जाएगी.

Intro:स्पेशल खबर।

कॉन्वेंट स्कूल को टक्कर देने के इरादे से उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षा परिषद ने मिशन कायाकल्प को बढ़ावा देना शुरू कर दिया है इसके लिए पेरेंट्स टीचर मीटिंग की अनिवार्यता के साथ विद्यालयों में अभिभावक डेस्क बनेगी इसकी मदद से स्कूल में पढ़ रहे बच्चों के अभिभावक से बीईओ व प्रधान शिक्षक वार्ता करेंगे बच्चा पढ़ाई में कैसा है? वह स्कूल कम आता है तो इसके पीछे का कारण क्या है? अभिभावक से शिक्षक जानेंगे। इतना ही नहीं जिसके माध्यम से अभिभावक की शिकायत को भी सुना जाएगा।


Body:अभिभावक डेस्क से सरकारी योजनाओं का प्रचार-प्रसार भी किया जाएगा इसमें समग्र शिक्षा अभियान ,बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ,कन्या सुमंगला योजना जैसी महत्वाकांक्षी योजना की जानकारी बैठक के माध्यम से अभिभावकों को दी जाएगी।उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षा परिषद के आदेश पर स्थानीय तौर पर कवायद शुरू कर दी गई है। प्रभारी बीएसए डीआईओएस राकेश कुमार ने बताया कि बच्चों के साथ उनके अभिभावकों में शिक्षा के प्रति जागरूकता लाने का प्रयास ब्लॉक स्तर पर किया जा रहा है पेरेंट्स टीचर मीटिंग के साथ डिस्क के जरिए शिक्षा की नीति को और ज्यादा मजबूती मिलेगी।




Conclusion:अभिभावक डेस्क स्थापित होने के बाद शिकायतों के निस्तारण की भूमिका में बीईओ और प्रधान शिक्षक होंगे इनकी जिम्मेदारी होगी कि वह बच्चों की शिक्षा को लेकर उनके अभिभावकों को संतुष्ट करें यदि कहीं कोई दिक्कत है तो उसे दूर करने का कार्य किया जाए यही नहीं आउट आफ स्कूल बच्चों की स्कूल वापसी का प्रयास भी इस डेस्क के माध्यम से किया जाएगा। वहीं अभिभावक द्वारा यदि कोई शिकायत की जाती है तो उसका रिकॉर्ड सुरक्षित करने के लिए रजिस्टर पर उसे दर्ज किया जाएगा जैसे कि मिड-डे-मील मील गुणवत्ता,पुस्तकों की उपलब्धता, ड्रेस जूता मोजा आदि । समग्र शिक्षा अभियान के तहत बच्चों को मिलने वाली अन्य सुविधाओं में किसी प्रकार की शिकायत भी इस डेस्क के माध्यम से सुनी जाएगी।

बाइट:--राकेश कुमार डीआईओएस/प्रभारी बीएसए उन्नाव।

पंकज कुमार
उन्नाव
8052102290
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