उन्नाव: जिले में सरकारी प्राथमिक विद्यालयों का कायाकल्प होना शुरू हो गया है. आपको बता दें कि कॉन्वेंट स्कूल को टक्कर देने के लिए उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षा परिषद ने स्कूल में पढ़ रहे बच्चों के अभिभावक से बीईओ और प्रधान शिक्षक वार्ता करेंगे. बच्चा पढ़ाई में कैसा है, आगर वह स्कूल कम आता है तो इसके पीछे का कारण क्या है, इन सब बातों पर चर्चा करेंगे. इतना ही नहीं अभिभावकों की शिकायत को भी सुना जाएगा.
जाने क्या है पूरा मामला-
- उन्नाव जिले में प्राथमिक विद्यालयों के कायाकल्प की तैयारी शुरू की गई.
- अभिभावक डेस्क स्थापित कर शिकायतों के निस्तारण करने की तैयारी की जाएगी.
- कॉन्वेंट स्कूल की तर्ज पर होगा प्राथमिक विद्यालयों का कायाकल्प.
- अभिभावक से बीईओ और प्रधान शिक्षक वार्ताकर बच्चों की पढ़ाई पर ध्यान देंगे.
- अभिभावकों द्वारा की गई शिकायतों का रिकॉर्ड सुरक्षित रखने की योजना तैयार होगी.
- बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ, कन्या सुमंगला योजना की शुरूआत की जाएगी.
- महत्वाकांक्षी योजना की जानकारी बैठक के माध्यम से अभिभावकों को दी जाएगी.
अभिभावक डेस्क से सरकारी योजनाओं का प्रचार-प्रसार भी किया जाएगा. इसमें अभियान में बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ, कन्या सुमंगला योजना की शुरूआत होगी. महत्वाकांक्षी योजनाओं की जानकारी बैठक के माध्यम से अभिभावकों को दी जाएगी. शिकायतों के निस्तारण की भूमिका में बीईओ और प्रधान शिक्षक होंगे. इनकी जिम्मेदारी होगी कि वह बच्चों की शिक्षा को लेकर उनके अभिभावकों को संतुष्ट करें. समग्र शिक्षा अभियान के तहत बच्चों को मिलने वाली सुविधाओं में किसी प्रकार की शिकायत को सुनी जाएगी.