उन्नाव: प्रदूषण के मानकों पर खरा ना उतरने पर केंद्रीय प्रदूषण बोर्ड के आदेश पर 41 फैक्ट्रियों को बंद कर दिया गया है. फैक्ट्रियों में काम करने वाले हजारों मजदूरों के सामने अब रोजी रोटी का संकट गहराता जा रहा है.
फैक्ट्रियां बंद मजदूर परेशान-
- उन्नाव के कॉमन इंफ्लुएंस ट्रीटमेंट प्लांट (सीईटीपी) की दो महीने पहले केंद्रीय प्रदूषण बोर्ड की टीम ने जांच की थी.
- सीईटीपी में 41 फैक्ट्रियों का प्रदूषित पानी आ रहा था.
- जिसके बाद चौदह जून को जिला प्रशासन की टीम ने चिन्हित फैक्ट्रियों को सील कर दिया था.
- दो महीनें से बंद पड़ी हैं फैक्ट्रियां.
- जिसके बाद उन फैक्ट्रियों में काम करने वाले हजारों मजदूर बेरोजगार हो गए.
रोजी रोटी का गहराता संकट-
दो माह बीत जाने के बाद भी फैक्ट्रियां ना खुलने से अब मजदूरों के सामने रोजी रोटी का संकट गहराता जा रहा है. मजदूरों की माने तो अब घर चलाना मुश्किल हो गया है. क्योंकि 2 महीने से बेरोजगार घूमने से परिवार की हालत भी अच्छी नहीं है.
क्या कहते हैं जिम्मेदार-
सीईटीपी के अधिकारी सभी मानको को पूरा करने की बात कह रहे हैं और केंद्रीय प्रदूषण बोर्ड को सभी मानकों को पूरा करने की सूचना दे दी गयी है. हालांकि सी ई टी पी के अधिकारी भी फैक्ट्रियों की बहाली के लिए दबी जुबान में विभागीय लापरवाही की बात कह रहे है.