उन्नाव: दिल्ली कांग्रेस की प्रदेश अध्यक्ष और तीन बार दिल्ली की मुख्यमंत्री रह चुकीं शीला दीक्षित का शनिवार को 81 साल की उम्र में निधन हो गया. उनके निधन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित कई राजनेताओं ने ट्वीट कर दुख व्यक्त किया. वहीं, शीला दीक्षित के भतीजे गौतम दीक्षित ने उनके निधन पर कहा कि वह हमारे परिवार की मुखिया थीं. उनके जाने से हमारे परिवार को बड़ी क्षति पहुंची है.
जानें ईटीवी भारत से बातचीत में क्या बोले गौतम दीक्षित-
- शीला दीक्षित के निधन जैसी बड़ी क्षति हमारे परिवार की नहीं हो सकती.
- वह हमारे परिवार की मुखिया थीं.
- उनके जाने से राजनीतिक और व्यक्तिगत तौर पर भारी नुकसान हुआ है.
- दिल्ली वालों को उनको बहुत जरूरत थी.
- उन्होंने 15 साल तक दिल्ली की सेवा की.
- दिल्ली में सीएम रहते उन्होंने जो काम किया, उसे भुलाया नहीं जा सकता.
- बीजेपी की केंद्र सरकार होने के बावजूद दिल्ली में उन्होंने मुख्यमंत्री रहते हुए काफी काम किया.
- शीला दीक्षित का विवाह उन्नाव में पूर्व गृहमंत्री और पश्चिम बंगाल और कर्नाटक के राज्यपाल रह चुके उमाशंकर दीक्षित के पुत्र आईएएस विनोद दीक्षित के साथ हुआ था.
- शीला दीक्षित को हार्ट की प्रॉब्लम थी.
- उन्होंने राजीव गांधी के समय में कन्नौज जिले से पहला लोकसभा चुनाव लड़ा था.
- दिल्ली में परिवार का कोई भी सदस्य जाता था तो वह उनसे जरूर मिलती थीं.
- वह कहती थीं कि वह हिम्मत न हारें राजनीति में हार-जीत लगी रहती है.
- आज मुझे महसूस हो रहा है कि व्यक्ति की कमी तब महसूस होती है, जब वह दुनिया में नहीं रहता है.