कानपुर : कानपुर विकास प्राधिकरण (केडीए) के अफसरों ने जमीनों को कब्जामुक्त अभियान के तहत लगभग एक अरब 20 करोड़ रुपये की जमीनों का फर्जीवाड़ा उजागर किया है. यह जमीनें फर्जी दस्तावेजों के सहारे बेची गई थीं और 36 लोगों ने निजी काश्तकारों की मदद से इन्हें सालों पहले खरीदा था. केडीए अफसरों का कहना है कि ऐसे सभी लोगों को अब नोटिस जारी किए गए हैं. केडीए अब सभी साक्ष्यों के साथ बहुत जल्द जमीनों पर कब्जा भी लेगा.
केडीए के ओएसडी (भूमि बैंक जोन-2) डाॅ. रवि प्रताप सिंह ने बताया कि पिछले कुछ माह से लगातार केडीए की तरफ से शहर में अवैध कब्जों पर बुलडोजर की कार्रवाई हो रही है. इसी क्रम में कल्याणपुर कलां और सतबरी रोड पर केडीए की जमीनों पर लोगों ने अवैध कब्जे की जानकारी मिली. जांच में सामने आया कि केडीए की स्वामित्व वाली करोड़ों-अरबों रुपये की जमीनों पर निजी काश्तकारों के माध्यम से कुछ लोगों ने जमीनें अपने नाम करा ली हैं. ऐसे लोगों को चिह्नित कर नोटिस जारी किए गए हैं. साथ ही सभी के खिलाफ एफआईआर कराई जाएगी.
36 लोगों के पास इतनी जमीन निकली
कुल भूमि : 5.5363 हेक्टेयर.
भूमि की कुल कीमत : एक अरब 20 करोड़ 98 लाख नौ हजार सात सौ रुपये.
कुल जमींदारों की संख्या : 36
केडीए अफसरों द्वारा पिछले कुछ माह में की गई कार्रवाई
- चार दिसंबर को बारासिरोही व कल्याणपुर खुर्द में केडीए अफसरों ने 57.93 करोड़ रुपये की जमीनों का फर्जीवाड़ा पकड़ा.
- 28 दिसंबर को पनकी गंगागंज में 1.68 अरब की जमीनों पर केडीए ने स्वामित्व लिया, 60 से अधिक पर कार्रवाई हुई.
- सात जनवरी को बारासिरोही में 99.95 करोड़ रुपये की जमीनों पर केडीए ने स्वामित्व लिया, 36 पर कार्रवाई.
- नौ जनवरी को अर्रा बिनगवां में केडीए अफसरों ने 50 करोड़ रुपये की जमीनों को कब्जामुक्त कराया.
- 10 जनवरी को कपिली व रतनपुर साउथ ईस्ट कार्नर योजना के तहत 70.11 करोड़ रुपये की जमीनों को कब्जामुक्त कराया गया.