रामपुर : बिलासपुर तहसील क्षेत्र के एक ही परिवार के चाचा-भतीजा के बीच जमीन विवाद को लेकर जिला प्रशासन काफी उलझा हुआ है. गुरुवार को जमीन की पैमाइश के दौरान दोनों पक्ष आमने सामने आ गए और नोकझोंक शुरू कर दी. इस दौरान एक पक्ष जिला प्रशासन की टीम से उलझ गया और धक्का मुक्की की नौबत आ गई. साथ ही इसी जमीन को लेकर कृषि राज्य मंत्री बलदेव सिंह औलख का नाम भी सामने आया. हालांकि दूसरा पक्ष का कहना है कि जमीन का मामला दो भाईयों का है. इसमें राज्य मंत्री का नाम बिना वजह घसीटा जा रहा है.
राजस्व टीम के मुताबिक प्रथम पक्ष अमनदीप सिंह के क़ब्ज़े में कुछ सरकारी जमीन है. यह हरियाली की जमीन कहलाती है. उसको प्रशासन कब्जा मुक्त कराना चाहता है. प्रशासन जमीन को कब्ज़ामुक्त कराने गया था. यही कब्जेदार पक्ष राज्य मंत्री बलदेव सिंह औलख पर भेदभाव का आरोप लगा रहा है. वहीं दूसरे पक्ष अमरीक सिंह का आरोप है कि कागजों में उसकी जमीन मौके पर कम है. उसने अपनी जमीन की पैमाइश के लिए प्रार्थनापत्र दिया था. प्रशासन की टीम जमीन नापने पहुंची तो नापजोख के बाद मेड़ डालने की कोशिश में विरोध पक्ष की महिलाओं ने हंगामा कर दिया.
राजस्व टीम के अनुसार रामपुर की तहसील बिलासपुर के हामिदनगर निवासी दोनों पक्ष एक ही परिवार के व्यक्ति हैं. एक का नाम सलवंत सिंह दूसरे पक्ष का नाम अमरीक सिंह है. दोनों का आपस में जमीन को लेकर कुछ विवाद है जो हामिदनगर में है. इस विवाद में एक पक्ष ने कृषि राज्य मंत्री बलदेव सिंह औलख पर भी जमीन कबजाने का आरोप लगाया है. इस मामले में जिलाधिकारी जोगिंदर सिंह का कहना है कि मामला जमीन विवाद का है. दोनों ही पक्ष एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप लगा रहे हैं. कुछ सरकारी जमीन भी कब्जे में है. उसको लेकर गुरुवार को एसडीएम टीम के साथ कब्जा मुक्त करने गए थे. फिलहाल कार्रवाई पर रोक लगा दी गई है. इस मामले की जांच के बाद कार्रवाई की जाएगी.
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