उन्नाव: बिहार थाना क्षेत्र में दुष्कर्म कांड के मामले में उन्नाव पुलिस ने नामजद आरोपियों के खिलाफ 720 पन्नों की चार्जशीट दाखिल की है. जांच कर रही एसआईटी की रिपोर्ट में आरोपियों के खिलाफ पीड़िता के मजिस्ट्रेटी बयान की ही तस्दीक की गई है. टीम के सदस्यों के अनुसार आज कोर्ट में चार्जशीट दाखिल कर दी गई है.
पीड़िता ने आरोप लगाया था कि आरोपी शिवम त्रिवेदी और शुभम त्रिवेदी ने जनवरी 2018 में रायबरेली के लालगंज में ले जाकर उसे बंधक बनाकर रखा और जबरन दुष्कर्म किया. आरोप है कि दोनों ने उसका वीडियो भी बनाया और वायरल करने की धमकी दी थी. दोनों की रोज-रोज की धमकियों से तंग आकर पीड़िता ने 4 मार्च 2019 को बिहार थाना और 5 मार्च 2019 को रायबरेली जिले के लालगंज थाने में शुभम और शिवम के खिलाफ दुष्कर्म का मुकदमा दर्ज कराया.
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कोर्ट के आदेश पर बिहार का मुकदमा लालगंज स्थानांतरित हो गया. इसके बाद लालगंज पुलिस ने शिवम को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया, जबकि शुभम पर कार्रवाई नहीं हुई. शिवम को पुलिस ने रायबरेली जेल भेजा, जहां से वह 30 नवंबर को जमानत पर जेल से रिहा हो गया. इसके बाद 5 दिसंबर को पीड़िता को जलाकर मार दिया गया. उन्नाव पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए एसआईटी गठित की और उसे जल्द से जल्द जांच पूरी करने के आदेश दिए.
बीते सप्ताह रायबरेली पुलिस ने 9 माह बाद दुष्कर्म मामले की जांच पूरी कर चार्जशीट कोर्ट में दाखिल की. इसमें दोनों आरोपियों के खिलाफ चार्ज लगाया गया. वहीं उन्नाव पुलिस ने हत्या के मामले में अपनी जांच में तेजी लाते हुए सिर्फ 20 दिनों में ही जांच पूरी कर चार्जशीट तैयार करके बुधवार को कोर्ट में दाखिल कर दी. एसआईटी सूत्र बताते हैं कि आरोप पत्र में टीम ने जांच में पीड़िता की मौत से पहले दिए गए मजिस्ट्रेट बयान की तस्दीक करते हुए मामले में आरोपियों पर ही आरोप तय कर दिए हैं. दुष्कर्म पीड़िता की हत्या मामले में चार्जशीट एसआईटी ने तैयार कर उसे कोर्ट में पेश किया गया है. वहीं आज पांचों आरोपियों को भी कोर्ट में पेश किया गया है.