उन्नाव: फरवरी माह में चंपापुरवा के मनसुख खेड़ा मोहल्ला निवासी एक किशोर का शव कटरी स्थित एक सरसों के खेत में खून से लथपथ मिला था. इस मामले में परिजनों ने कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था. इस मामले पर संज्ञान लेते हुए सीजेएम ने भाजपा सभासद महेश निषाद समेत चार पर हत्या का मुकदमा दर्ज करने का आदेश दिया है. गंगा घाट पुलिस कई दिनों तक इस आदेश को दबाए रही. बेहद दबाव के कारण गंगाघाट पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच पड़ताल शुरू कर दी है.
थाने में सुनवाई न होने पर परिजनों ने न्यायालय का लिया सहारा
28 फरवरी को चंपापुरवा के मनसुख खेड़ा निवासी सुरेश निषाद का 14 वर्षीय बेटा कटरी सुबह भैंस चराने गया था. दोपहर बाद अचानक खबर फैल गई थी कि किशोर को किसी जंगली जानवर ने हमला कर घायल कर दिया है. यह सुनकर तमाम लोग मौके पर पहुंचे,और उसका गला कटा पाया गया. उसे तुरंत अस्पताल ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया था.
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हालांकि परिजनों का कहना था कि मौके पर ही उसकी मौत हो चुकी थी. घटना की जानकारी परिजनों ने गंगाघाट पुलिस को दी थी, लेकिन पुलिस ने तेंदुआ व जंगली सुअर के हमले से मौत होने का कारण बताया. परिजन हत्या का आरोप लगाते रहे. चंपापुरवा के भाजपा नेता व सभासद महेश निषाद व अन्य लोगों पर परिजनों ने हत्या का आरोप लगाया था. लेकिन गंगाघाट पुलिस ने मामला दर्ज नहीं किया था. जिसके बाद परिजनों ने कोर्ट का दरवाजा खटखटाया.
फरवरी माह में किशोर का जंगलों में मिला था शव
सीजेएम कोर्ट ने महेश निषाद, राजकुमार, मुन्ना निषाद व सोनू पर हत्या का केस दर्ज करने के लिए गंगाघाट पुलिस को आदेश दिया है. परिजनों ने 156-3 तहत प्रार्थना पत्र दिया. सीजेएम विराट कुमार श्रीवास्तव ने चारों के विरूद्ध मुकदमा दर्ज कर जांच करने के निर्देश जारी किए है.
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