उन्नाव: अभी तक लोगों के लिए अभिशाप बना चमड़े की फैक्ट्रियों से निकलने वाला केमिकल युक्त प्रदूषित पानी अब लोगों के लिए वरदान बनेगा. क्योंकि अमेरिकन कंपनी द वाटर्स उन्नाव के बंथर इंडस्ट्रियल इलाके में लगभग 900 करोड़ का प्रोजेक्ट लगाकर इस काम को शुरू करने जा रही है.
- जिले में फ्लोराइड युक्त पानी कई दशकों से लोगों के लिए मुसीबत का सबब बना हुआ है.
- सरकार के लाख प्रयासों के बावजूद लोगों को पीने का शुद्ध पानी मुहैया नहीं हो सका.
- वहीं फ्लोराइड युक्त पानी के लिए चमड़े की फैक्ट्रियां ही दोषी मानी जाती रही है और ये फैक्ट्रियां उन्नाव के लोगों के लिए किसी अभिशाप से कम नहीं है.
- अब अमेरिका की द वाटर्स नाम की एक कंपनी फैक्ट्रियों से निकलने वाले केमिकल युक्त पानी से न सिर्फ बिजली बनाएगी, बल्कि मिनरल वाटर भी बनाएगी.
- इस तरह के अनोखे प्रोजेक्ट की शुरुआत उन्नाव से होने जा रही है.
- इसके लिए यूपीएसआईडीसी ने इस अमेरिकन कंपनी को बंथर इंडस्ट्रियल इलाके में जमीन भी आवंटित कर दी है और अगस्त से प्रोजेक्ट का निर्माण भी शुरू होने की उम्मीद है.
अमेरिकन कंपनी द वाटर्स कामन इंफ्लुएंस ट्रीटमेंट प्लांट में आने वाले सभी फैक्ट्रियों के प्रदूषित पानी को अपने प्लांट में स्टोर करेगी. यहां इसे शोधित करके न सिर्फ बिजली बनाई जाएगी, बल्कि मिनरल वाटर भी बनाया जाएगा. बिजली की सप्लाई अमेरिकन कंपनी सीधे पावर ग्रिड को देगी, जहां से यूपी सरकार की आपूर्ति की जिम्मेदारी होगी. वहीं मिनरल वाटर कंपनी स्वयं सप्लाई करेगी. यह प्रयोग सफल हुआ तो जल प्रदूषण की समस्या खत्म हो जाएगी.
एसके साहू, प्रबंधक सीईटीपी