लखनऊ: परिवहन विभाग ने कोविड संक्रमण के चलते ड्राइविंग लाइसेंस संबंधी काम 15 मई तक बंद कर दिया है. बावजूद इसके जिन कार्यों के लिए आरटीओ कार्यालय खोला गया है, वह काम भी अधिकारियों के न रहने से प्रभावित हो रहा है. ट्रांसपोर्ट नगर स्थित संभागीय परिवहन कार्यालय में इन दिनों यह समस्या आम हो गई है. यहां पर अधिकारियों की कमी के चलते कई सारे काम प्रभावित हैं. खासकर, संभागीय निरीक्षकों (आरआई) से संबंधित कार्य पेंडिंग हैं, जिससे लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.
फिटनेस सेंटर खुला, अधिकारी लापता
कोविड संक्रमण के बावजूद वाहनों की फिटनेस के लिए फिटनेस सेंटर तो खुला है, लेकिन यहां पर आरआई के न आने से वाहनों को फिटनेस प्रमाण पत्र नहीं मिल पा रहे हैं. टीपीनगर स्थित फिटनेस सेंटर में होली के बाद से यही स्थिति बनी हुई है. अब वाहनों की फिटनेस कराने वाले वाहन स्वामी प्रमाण पत्र के लिए चक्कर लगा रहे हैं. यही हाल वाहनों के पंजीकरण का भी है. जहां पर रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट (आरसी) के लिए लोग भटक रहे हैं. सूत्रों की मानें तो आरसी न छपने से करीब 20 से 25 हजार की संख्या में पेंडेंसी बनी हुई है. आरसी की छपाई न होने के चलते यह समस्या बनी हुई है, जिसको लेकर वाहन स्वामी आरटीओ कार्यालय के चक्कर लगा रहे हैं. आरटीओ में वाहनों के नंबरों की दो सीरीज खत्म होने वाली हैं, लेकिन आरसी पेपर उपलब्ध न होने से वाहन स्वामी और शोरूम के एजेंट भटक रहे हैं.
600 फिटनेस प्रमाण पत्र पेंडिंग
वाहनों की फिटनेस जांच के बाद प्रमाण-पत्र जारी किया जाता है. फिटनेस प्रमाण-पत्र पर आरआई के हस्ताक्षर होते हैं, लेकिन फिटनेस सेंटर का काम देख रहे आरआई उमेश सिंह निजी कारणों के चलते बीते कई दिनों से कार्यालय नहीं आ रहे हैं. इसके चलते वाहनों को फिटनेस के बाद भी प्रमाणपत्र नहीं मिल पा रहे हैं. सूत्रों की मानें तो 600 से अधिक की संख्या में वाहनों के फिटनेस सर्टिफिकेट पेंडिंग पड़े हैं.
क्या कहते हैं जिम्मेदार
एआरटीओ प्रशासन अखिलेश द्विवेदी का कहना है कि जहां तक आरटीओ से जुड़े कामों के पेंडेंसी की बात है तो अधिकारी कोरोना के चलते बीमार हुए थे, वह ठीक होकर वापस लौट रहे हैं. धीरे-धीरे काम पटरी पर आ जाएगा. सभी पेंडेंसी जल्द खत्म हो जाएंगी. आवेदकों को इस तरह की कोई दिक्कत नहीं होगी.
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