सुलतानपुर: जिले के भदैया विकासखंड में एक सिर और दो धड़ वाले अल्पविकसित बच्चे ने जन्म लिया. अस्पताल में जन्मे बच्चे का नाल डॉक्टर नहीं काट सके. इसके बाद परिजन महिला चिकित्सालय पहुंचे. यहां डॉक्टर ने सिर्फ बच्चे की नाल काटकर छोड़ दिया और बिना समुचित इलाज किए बच्चे को वापस परिजनों को सौंप दिया.
क्या है पूरा मामला
- मामला सुल्तानपुर जिले के भदैया विकासखंड से जुड़ा हुआ है.
- यहां के स्थानीय गांव में एक अस्पताल में नवजात शिशु पैदा हुआ.
- यह अल्पविकसित ऐसा नवजात है, जिसके दो धड़ और एक सिर है और पूरा आपस में जुड़ा हुआ है.
- इस बच्चे की नाल संबंधित अस्पताल के डॉक्टर नहीं काट सके, तो परिजन इसे लेकर जिला अस्पताल पहुंचे.
- यहां डॉक्टरों ने नाल तो काट दी, लेकिन बच्चे का न तो टीकाकरण किया और न ही इस अविकसित बच्चे को अलग करने के लिए कोई ऑपरेशन की तैयारी की गई.
पढ़ें- आजमगढ़ में खुली सरकारी दावों की पोल, सड़कों पर तड़प रहे गोवंश
बिना समुचित इलाज किए परिजनों को सौंपा
- चिकित्सकों की संवेदनहीनता का आलम यह रहा कि परिजनों को बच्चा सौंप दिया गया और वे लेकर इसे चले गए.
- बच्चे की मौजूदा स्थिति क्या है, इसे बताने को कोई डॉक्टर तैयार नहीं है.
- प्रभारी महिला चिकित्सालय के अधीक्षक डॉ. केके भट्ट ने कहा कि उस बच्चे की नाल काट दी गई है. इसके बाद उसे परिजनों को सौंप दिया गया.
- अधीक्षक ने टीकाकरण और चिकित्सा नहीं किए जाने के सवाल पर कोई जवाब नहीं दिया.