सुलतानपुर: जिले के पुलिस अधीक्षक के सामने पत्रकार वार्ता के दौरान आरोपी युवक ने चीखना चिल्लाना और रोना शुरू कर दिया. शुक्रवार को हुई घटना के बाद पुलिस असहज हो गई. एसपी ने संबंधित कोतवाल से बंद कमरे में वार्ता की. इसके बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया गया. युवक ने कह रहा था, "मैं हत्या की साजिश और हथियारों के जखीरा के बारे में कुछ भी नहीं जानता हूं".
पूरा मामला सुल्तानपुर जिले के जयसिंहपुर कोतवाली से जुड़ा हुआ है. जहां से शुक्रवार को ओमप्रकाश पांडे उर्फ गाटे और कन्हैया उर्फ कन्हई निषाद को गिरफ्तार कर पुलिस अधीक्षक कार्यालय लाया गया. जहां पत्रकार वार्ता के दौरान कन्हैया जोर-जोर से रोने और चीखने लगा. कन्हैया ने रोते हुए कहा कि मुझे फर्जी फंसाया जा रहा है. मुझे किसी हथियारों के जखीरे और हत्या की साजिश के बारे में कोई जानकारी नहीं है. इसके बाद करीब 15 मिनट तक पुलिस अधीक्षक कार्यालय में स्थिति असहज हो गई.
पुलिस अधीक्षक सोमेन ने बताया कि जयसिंहपुर कोतवाल प्रेमचंद ने मुकदमा दर्ज किया था. जिसमें बताया गया कि ओमप्रकाश और कन्हैया मैधन गांव के प्रधान दिनेश सिंह के बेटे भूपति सिंह और सरवन गांव के प्रधान शैलेंद्र सिंह की हत्या की साजिश रच रहे थे. इसके बाद पुलिस ने ओम प्रकाश पांडे और कन्हैया को गिरफ्तार कर लिया. जिनके पास से पुलिस को बंदूक, तमंचा, 50 जिंदा कारतूस, तीन खाली कारतूस, 13 जिंदा कारतूस 315, 20 जिंदा कारतूस 32 बोर और 315 ग्राम स्मैक बरामद हुई है. यह भी बताया जा रहा है कि कन्हैया और ओमप्रकाश पांडे की लंबी क्रिमिनल हिस्ट्री है. ओमप्रकाश के खिलाफ 14 और कन्हैया के खिलाफ 16 मुकदमे पंजीकृत हैं.
पुलिस अधीक्षक सोमेन वर्मा ने बताया कि इन दोनों अभियुक्तों की लंबी क्रिमिनल हिस्ट्री है. यह दोनों गांव के प्रधानों की हत्या की साजिश रच रहे थे. इनके पास से हथियार का जखीरा भी बरामद किया गया है. दोनों पक्षों के बीच मुकदमे को लेकर विवाद चल रहा था, जिसमें हत्या की साजिश रची गई थी.