सुलतानपुर: एआईएमआईएम के कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों ने सुलतानपुर में जिलाधिकारी कार्यालय के सामने प्रदर्शन किया. संगठन का कहना है कि संवैधानिक व्यवस्था का मखौल उड़ाते हुए एटीएस ने इस्लामी विद्वान मौलाना कलीम सिद्दीकी की गिरफ्तारी की है. मौलाना को तत्काल रिहा किया जाए नहीं तो हम प्रदर्शन को बाध्य होंगे.
संगठन के पदाधिकारियों ने कहा कि मौलाना विश्वविद्यालय इस्लामिक सेंटर का स्कॉलर छात्र रहा हैं. वह पढ़े लिखे हैं और धर्म का प्रचार करने का काम करते हैं. लोगों को गुमराह नहीं करते हैं. एटीएस की तरफ से लखनऊ में हुई गिरफ्तारी और नाजायज हिरासत में मौलाना को रखे जाने का प्रकरण उठाते हुए हिंदू मुस्लिम भाईचारा प्रभावित होने की बात कही गई है. प्रदर्शन के बाद जिलाधिकारी रवीश गुप्ता को ज्ञापन दिया गया है. मुख्य गेट पर हुए प्रदर्शन के दौरान अपनी समस्या लेकर खड़े फरियादियों को समस्याओं का सामना करना पड़ा.
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एआईएमआईएम के जिला अध्यक्ष सरफराज अहमद ने कहा कि मौलाना कलीम सिद्दीकी को संवैधानिक व्यवस्था का मखौल उड़ाते हुए एटीएस ने गिरफ्तारी की है. उन्होंने कहा कि असंवैधानिक ढंग से हुई गिरफ्तारी के मामले में मौलाना को तत्काल रिहा किया जाए. हम इस गिरफ्तारी का विरोध करते हैं.
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बता दें कि, एनआईए/एटीएस के विशेष जज ने बुधवार को मौलाना कलीम सिद्दीकी को 5 अक्टूबर 2021 के लिए न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है. आप को बता दें, जबरन धर्मांतरण मामले में उत्तर प्रदेश ATS ने मौलाना कलीम सिद्दीकी को गिरफ्तार किया है.