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सोनभद्र: जिला अस्पताल में कुव्यवस्था के शिकार हैं मां और कुपोषित बच्चे

उत्तर प्रदेश के सोनभद्र जिला अस्पताल में डॉक्टरों की लापरवाही सामने आई है. यहां इलाज कराने आई महिला के साथ उसके दोनों बच्चे कुपोषण के शिकार थे. दोनों बच्चों को कुपोषित वार्ड में भर्ती करने के बजाय जमीन पर ही लिटा दिया गया. इस संबंध में डॉक्टर ने कैमरे के सामने कुछ भी बोलने से इनकार कर दिया.

कुपोषण के शिकार बच्चे जमीन पर लेटे रहे.
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Published : Sep 8, 2019, 10:39 PM IST

Updated : Sep 17, 2020, 4:13 PM IST

सोनभद्र: सूबे की सरकार भले ही सारी सुविधाएं मुहैया कराकर जिला अस्पतालों को मॉर्डन बनाना चाहती है, लेकिन स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही के चलते मरीजों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. ताजा मामला सोनभद्र जिला अस्पताल का है. यहां पर इलाज कराने आई एक महिला समेत उसके दोनों बच्चों की हालत दयनीय थी. एक तरफ जहां मां बीमार थी तो उसके दोनों बच्चे कुपोषित थे. बच्चों को कुपोषित वार्ड में भर्ती कराने के बजाय जमीन पर ही लिटा दिया गया. इस संबंध में जब डॉक्टर से बात की गई तो कैमरे के सामने कुछ भी बोलने से इनकार कर दिया.

कुपोषण के शिकार बच्चे जमीन पर लेटे रहे.

क्या है पूरा मामला
मामला जनपद सोनभद्र के जिला अस्पताल का है. यहां डॉक्टरों और जिला अस्पताल कर्मियों की लापरवाही का खामियाजा एक गरीब मां और उसके दोनों बच्चों को भुगतना पड़ा. जिला अस्पताल लोढ़ी में अपने भाई जितेंद्र कुमार के साथ इलाज कराने आई महिला सोनी समेत उसके दोनों बच्चों की हालत दयनीय थी. मां बीमार थी तो उसके दोनों बच्चे कुपोषित थे. बच्चों को कुपोषित वार्ड में भर्ती करने के बजाय जमीन पर ही लिटा दिया गया.

पढ़ें- सोनभद्र: सात सूत्रीय मांगों को लेकर आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने किया विरोध प्रदर्शन

बीमार बहन और अपने दोनों भांजों को लेकर जिला अस्पताल आए जितेंद्र कुमार ने बताया कि दोनों बच्चे काफी बीमार हैं. ऊपर कुपोषित वार्ड में गया था, लेकिन वहां बेड खाली नहीं होने के कारण नर्स ने नीचे भेज दिया.

इस संबंध में जब डॉक्टर संदीप से बात की गई तो कैमरे के सामने कुछ भी बोलने से इनकार कर दिया. बताया कि जिला अस्पताल में मैं इमरजेंसी के लिए हूं.

सोनभद्र: सूबे की सरकार भले ही सारी सुविधाएं मुहैया कराकर जिला अस्पतालों को मॉर्डन बनाना चाहती है, लेकिन स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही के चलते मरीजों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. ताजा मामला सोनभद्र जिला अस्पताल का है. यहां पर इलाज कराने आई एक महिला समेत उसके दोनों बच्चों की हालत दयनीय थी. एक तरफ जहां मां बीमार थी तो उसके दोनों बच्चे कुपोषित थे. बच्चों को कुपोषित वार्ड में भर्ती कराने के बजाय जमीन पर ही लिटा दिया गया. इस संबंध में जब डॉक्टर से बात की गई तो कैमरे के सामने कुछ भी बोलने से इनकार कर दिया.

कुपोषण के शिकार बच्चे जमीन पर लेटे रहे.

क्या है पूरा मामला
मामला जनपद सोनभद्र के जिला अस्पताल का है. यहां डॉक्टरों और जिला अस्पताल कर्मियों की लापरवाही का खामियाजा एक गरीब मां और उसके दोनों बच्चों को भुगतना पड़ा. जिला अस्पताल लोढ़ी में अपने भाई जितेंद्र कुमार के साथ इलाज कराने आई महिला सोनी समेत उसके दोनों बच्चों की हालत दयनीय थी. मां बीमार थी तो उसके दोनों बच्चे कुपोषित थे. बच्चों को कुपोषित वार्ड में भर्ती करने के बजाय जमीन पर ही लिटा दिया गया.

पढ़ें- सोनभद्र: सात सूत्रीय मांगों को लेकर आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने किया विरोध प्रदर्शन

बीमार बहन और अपने दोनों भांजों को लेकर जिला अस्पताल आए जितेंद्र कुमार ने बताया कि दोनों बच्चे काफी बीमार हैं. ऊपर कुपोषित वार्ड में गया था, लेकिन वहां बेड खाली नहीं होने के कारण नर्स ने नीचे भेज दिया.

इस संबंध में जब डॉक्टर संदीप से बात की गई तो कैमरे के सामने कुछ भी बोलने से इनकार कर दिया. बताया कि जिला अस्पताल में मैं इमरजेंसी के लिए हूं.

Intro:Anchor-सूबे की सरकार भले ही सारी सुविधाएं मुहैया कराकर जिला अस्पतालों को मॉर्डन बनाना चाहती है ,लेकिन स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही के चलते मरीजो को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।ताजा मामला जनपद सोनभद्र का है जहां पर इलाज कराने आई एक महिला समेत उसके दोनों बच्चों की हालत दयनीय थी।एक तरफ जहां मां बीमार थी वही दूसरी तरफ दोनों बच्चे कुपोषित थे।बच्चों को कुपोषित वार्ड में भर्ती कराने के बजाय जमीन पर ही लिटा दिया गया और उसकी माँ को एक बेड दिया गया।इस संबंध में जब डॉक्टर से बात किया गया तो कैमरे के सामने कुछ भी बोलने से इनकार कर दिया।


Body:Vo1-डॉक्टर को भगवान का दूसरा रूप माना जाता है लेकिन कुछ डाक्टरो की लापरवाही का खामियाजा पूरी कौम को भुगतना पड़ता है।ऐसा ही एक मामला जनपद सोनभद्र के जिला अस्पताल में देखने को मिला,जहाँ डाक्टरो और जिला अस्पताल कर्मियों की लापरवाही का खामियाजा एक गरीब मां और उसके दोनों बच्चों को भुगतना पड़ रहा है।
दरअसल जिला अस्पताल लोढ़ी में अपने भाई जितेंद्र कुमार के साथ इलाज कराने आई महिला सोनी निवासी सलखन समेत उसके दोनों बच्चों (जीएम और सीएम)की हालत दयनीय थी।एक तरफ जहां मां बीमार थी,उसको चलने फिरने में दिक्कत थी, वही दूसरी तरफ दोनों बच्चे कुपोषित थे।बच्चों को कुपोषित वार्ड में भर्ती कराने के बजाय जमीन पर ही लिटा दिया गया और उसकी माँ को एक बेड दिया गया।
इस संबंध में बीमार बच्चों की मां ने बताया कि सुबह आई है कमजोरी महसूस हो रही है,दोनों बच्चे भी बीमार है।

Byte-सोनी(बीमार मां)

Vo2-वही बीमार बहन और अपने दोनों भांजों को लेकर जिला अस्पताल आये जितेंद्र कुमार ने बताया की दोनों बच्चे काफी बीमार है,ऊपर कुपोषित वार्ड में गया था लेकिन वहां बेड खाली नही होने के कारण सिस्टर ने नीचे भेज दिया।इसलिए यहां जमीन पर है।वही दोनों भांजों का नाम जीएम और सीएम बताया।

Byte-जितेंद्र कुमार(पीड़िता का भाई)







Conclusion:Vo2-इस संबंध में जब डॉक्टर संदीप से बात किया गया तो कैमरे के सामने कुछ भी बोलने से इनकार कर दिया।और बताया कि जिला अस्पताल में मैं इमरजेंसी के लिए हूँ।

Byte-डॉ0 संदीप(चिकित्सक,जिला संयुक्त अस्पताल,सोनभद्र)




चन्द्रकान्त मिश्रा
सोनभद्र
मो0 9450323031
Last Updated : Sep 17, 2020, 4:13 PM IST
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