ETV Bharat / state

सोनभद्र: बोर्ड परीक्षा की कॉपियों के मूल्यांकन बहिष्कार पर उतरे शिक्षक - सोनभद्र न्यूज

यूपी के सोनभद्र जिले में माध्यमिक संघ के शिक्षकों ने बोर्ड परीक्षा की कॉपियों की जांच का बहिष्कार कर दिया है. उनका कहना है कि यह सरकार से अपनी मांगें मनवाने का शांतिपूर्ण तरीका है. इन शिक्षकों की मांग है कि वित्तविहीन शिक्षकों को सीबीएसई की दर से मूल्यांकन का पारिश्रमिक दिया जाए. साथ ही सरकार पुरानी पेंशन सेवा फिर से बहाल करे.

बोर्ड की कॉपियों के मूल्यांकन का विरोध
author img

By

Published : Mar 9, 2019, 6:20 PM IST

Updated : Sep 17, 2020, 4:13 PM IST

सोनभद्र: उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ यूपी बोर्ड हाईस्कूल और इंटरमीडिएट परीक्षा की कॉपियों के मूल्यांकन का विरोध कर रहा है. इस विरोध में भी इन शिक्षकों का दल दो गुटों में बंट गया है. इनमें एक गुट के शिक्षक जहां विरोध जताने में लगे हैं, वहीं दूसरे गुट के शिक्षक मूल्यांकन कार्य कर रहे हैं. वहीं केंद्र व्यवस्थापक का कहना है कि माध्यमिक शिक्षकों के विरोध का परीक्षा परिणामों पर कोई असर नहीं पड़ेगा.

बोर्ड की कॉपियों के मूल्यांकन का विरोध

जिले में राजकीय बालिका इंटर कॉलेज और राजा शारदा महेश इंटर कॉलेज को मूल्यांकन केंद्र बनाया गया है. यहां वित्त विहीन शिक्षक विभिन्न मांगों को लेकर दो दिनों से विरोध कर रहे हैं. वहीं दूसरी तरफ बहुत से शिक्षक मूल्यांकन कार्य भी कर रहे हैं. मूल्यांकन का विरोध करने वाले शिक्षकों की मुख्य मांग है कि मूल्यांकन का पारिश्रमिक दर सीबीएसई के समतुल्य किया जाय और पुरानी पेंशन को बहाल किया जाय. इसके साथ ही माध्यमिक शिक्षकों और कर्मचारियों को चिकित्सकीय सुविधा उपलब्ध हो.

वहीं माध्यमिक शिक्षक संघ के प्रदेश उपाध्यक्ष सुरेश यादव का कहना है कि हम चौथी बार मूल्यांकन का बहिष्कार कर रहे हैं. वित्त विहीन शिक्षकों को एक पैसे का भी अनुदान नहीं दिया जाता है. सरकार ने दो बार वादा भी किया लेकिन उसे पूरा नहीं किया. साथ ही पुरानी पेंशन बहाली को फिर से लाने की मांग कर रहे हैं. नई पेंशन प्रणाली को वह भरोसेमंद नहीं मानते हैं. साथ ही केंद्र व्यवस्थापक जितेंद्र सिंह ने कहा कि माध्यमिक शिक्षकों के विरोध से मूल्यांकन पर कोई असर नहीं होने वाला है. कुछ ही शिक्षक विरोध में हैं, बाकी सभी अपना काम कर रहे हैं.

सोनभद्र: उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ यूपी बोर्ड हाईस्कूल और इंटरमीडिएट परीक्षा की कॉपियों के मूल्यांकन का विरोध कर रहा है. इस विरोध में भी इन शिक्षकों का दल दो गुटों में बंट गया है. इनमें एक गुट के शिक्षक जहां विरोध जताने में लगे हैं, वहीं दूसरे गुट के शिक्षक मूल्यांकन कार्य कर रहे हैं. वहीं केंद्र व्यवस्थापक का कहना है कि माध्यमिक शिक्षकों के विरोध का परीक्षा परिणामों पर कोई असर नहीं पड़ेगा.

बोर्ड की कॉपियों के मूल्यांकन का विरोध

जिले में राजकीय बालिका इंटर कॉलेज और राजा शारदा महेश इंटर कॉलेज को मूल्यांकन केंद्र बनाया गया है. यहां वित्त विहीन शिक्षक विभिन्न मांगों को लेकर दो दिनों से विरोध कर रहे हैं. वहीं दूसरी तरफ बहुत से शिक्षक मूल्यांकन कार्य भी कर रहे हैं. मूल्यांकन का विरोध करने वाले शिक्षकों की मुख्य मांग है कि मूल्यांकन का पारिश्रमिक दर सीबीएसई के समतुल्य किया जाय और पुरानी पेंशन को बहाल किया जाय. इसके साथ ही माध्यमिक शिक्षकों और कर्मचारियों को चिकित्सकीय सुविधा उपलब्ध हो.

वहीं माध्यमिक शिक्षक संघ के प्रदेश उपाध्यक्ष सुरेश यादव का कहना है कि हम चौथी बार मूल्यांकन का बहिष्कार कर रहे हैं. वित्त विहीन शिक्षकों को एक पैसे का भी अनुदान नहीं दिया जाता है. सरकार ने दो बार वादा भी किया लेकिन उसे पूरा नहीं किया. साथ ही पुरानी पेंशन बहाली को फिर से लाने की मांग कर रहे हैं. नई पेंशन प्रणाली को वह भरोसेमंद नहीं मानते हैं. साथ ही केंद्र व्यवस्थापक जितेंद्र सिंह ने कहा कि माध्यमिक शिक्षकों के विरोध से मूल्यांकन पर कोई असर नहीं होने वाला है. कुछ ही शिक्षक विरोध में हैं, बाकी सभी अपना काम कर रहे हैं.

Intro:Anchor-यूपी बोर्ड हाईस्कूल एवं इंटर परीक्षा के कापियों के मूल्यांकन का उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ (चेत नारायण गुट) विरोध कर रहा है।जिले में राजकीय बालिका इंटर कालेज व राजा शारदा महेश इंटर कालेज की मूल्यांकन केंद्र बनाया गया है।जहां वित्त विहीन शिक्षकों द्वारा विभिन्न मांगों को लेकर दो दिनों से विरोध किया जा रहा है।वही मूल्यांकन केंद्र पर वित्त विहीन शिक्षक विरोध प्रदर्शन कर रहे थे तो वही दूसरी तरफ बहुत से शिक्षकों द्वारा मूल्यांकन कार्य भी किया जा रहा था।मूल्यांकन का विरोध करने वालो का कहना था कि सरकार के गलत नीतियों की वजह से आज विरोध करना पड़ रहा है। हमारी मुख्य मांग मूल्यांकन का पारिश्रमिक डर सीबीएसई के समतुल्य किया जाय और पुरानी पेंशन को बहाल किया जाय।इसके साथ ही माध्यमिक शिक्षकों व कर्मचारियों को चिकित्सकीय सुविधा उपलब्ध हो।वही मूल्यांकन का विरोध करने पर केंद्र व्यवस्थापक का कहना है कि माध्यमिक शिक्षकों द्वारा विरोध करने का कोई असर नही है और इसका हाईस्कूल और इंटर मीडिएट के परीक्षा परिणाम पर कोई असर नही है।


Body:Vo1-सोनभद्र में उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ अध्यक्ष(चेत नारायण गुट)के द्वारा बोर्ड परीक्षा की कापियों के मूल्यांकन का विरोध किया जा रहा हैजिले में राजकीय बालिका इंटर कालेज व राजा शारदा महेश इंटर कालेज की मूल्यांकन केंद्र बनाया गया है।जहां वित्त विहीन शिक्षकों द्वारा विभिन्न मांगों को लेकर दो दिनों से विरोध किया जा रहा है।वही मूल्यांकन केंद्र पर वित्त विहीन शिक्षक विरोध प्रदर्शन कर रहे थे तो वही दूसरी तरफ बहुत से शिक्षकों द्वारा मूल्यांकन कार्य भी किया जा रहा था।मूल्यांकन का विरोध करने वालो का कहना था कि सरकार के गलत नीतियों की वजह से आज विरोध करना पड़ रहा है।हमारी मुख्य मांग मूल्यांकन का पारिश्रमिक डर सीबीएसई के समतुल्य किया जाय और पुरानी पेंशन को बहाल किया जाय।इसके साथ ही माध्यमिक शिक्षकों व कर्मचारियों को चिकित्सकीय सुविधा उपलब्ध हो। Byte-सुरेश यादव(प्रदेश उपाध्यक्ष,माध्यमिक शिक्षक संघ,सोनभद्र)


Conclusion:Vo2-वही मूल्यांकन का विरोध करने पर केंद्र व्यवस्थापक का कहना है कि माध्यमिक शिक्षकों द्वारा विरोध करने का कोई असर नही है और इसका हाईस्कूल और इंटर मीडिएट के परीक्षा परिणाम पर कोई असर नही है। Byte-जितेंद्र सिंह(केंद्र व्यवस्थापक,मूल्यांकन केंद्र राजा शारदा महेश इंटर कालेज,सोनभद्र) चन्द्रकान्त मिश्रा सोनभद्र मो0 9450323031
Last Updated : Sep 17, 2020, 4:13 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.