सोनभद्र: उत्तर प्रदेश के सोनभद्र जिले का एक फ्लाईओवर मौत का पुल बन चुका है. इस फ्लाईओवर से छह महीने में दो युवकों की गिरने से मौत हो चुकी है. मौत का ये फ्लाईओवर सोनभद्र के मेन बढ़ौली चौराहे के ऊपर बना है. मंगनवार को एक बाइक सवार युवक इस 50 फीट ऊंचे फ्लाईओवर से नीचे गिर गया. इससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई.
रॉबर्ट्सगंज कोतवाली क्षेत्र के बढ़ौली चौराहे पर फ्लाईओवर से युवक के गिरते ही लोग सकते में आ गए. लोगों ने जब पास जाकर देखा तो युवक की जान जा चुकी थी. जानकारी होते ही पुलिस भी मौके पर पहुंच गई. पुलिस ने युवक के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल भेज दिया. युवक की शिनाख्त नहीं हो सकी और पुलिस पहचान कराने का प्रयास कर रही है. बता दें कि 6 माह पूर्व भी एक बाइक सवार की ठीक इसी स्थान पर गिरकर मौत हो गई थी.
जानकारी के मुताबिक युवक फ्लाईओवर के ऊपर तेजी से गुजर रहा था. इसी दौरान उसकी बाइक फिसल गई और वह सीधे फ्लाईओवर की दीवार से टकराकर नीचे राबर्ट्सगंज के बढ़ौली चौराहे पर आ गिरा. लगभग 50 फीट की ऊंचाई से गिरते ही उसकी मौत हो गई. स्थानीय लोगों का कहना है कि कुछ माह पहले ठीक इसी स्थान पर एक और युवक की मौत हो चुकी है. इसके बावजूद प्रशासन ने इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए कोई प्रयास नहीं किया.
फ्लाईओवर की दीवार पर उठी जाली लगाने की मांग
वाराणसी शक्तिनगर मार्ग पर स्थित इस फ्लाईओवर का निर्माण वर्ष 2017 में हुआ था लेकिन, आज तक इस पर स्ट्रीट लाइट नहीं लग सकी और ना ही फ्लाईओवर के ऊपर मार्ग संकेतक ही लगे हैं, जबकि फ्लाईओवर लगभग 3 किलोमीटर लंबा है और उस पर कई मोड़ भी हैं. कई बार फ्लाईओवर के ऊपर दुर्घटनाएं भी हो चुकी हैं लेकिन लगता है प्रशासन किसी बड़ी दुर्घटना के इंतजार में है. सड़क निर्माण कम्पनी लोगों से अब बढ़े दर पर टोल-टैक्स वसूल रही है लेकिन सड़क पर न तो स्ट्रीट लाइट है और न ही सुरक्षा के अन्य प्रबंध हैं. स्थानीय लोगों ने मांग की है कि फ्लाईओवर की दीवार पर लोहे के जाल, मोड़ वाले स्थान पर लगाया जाए, जिससे दुर्घटनाओं को रोका जा सके.