सोनभद्र: जनपद के घोरावल क्षेत्र में स्थित शिवद्वार धाम में श्रावण मास को देखते हुए रविवार को जिलाधिकारी एस. राजलिंगम ने जिले के धर्माचार्यों व स्थानीय लोगों को साथ बैठक की. इस बैठक में स्थानीय लोगों ने कोरोना महामारी को देखते हुए मंदिर को बंद रखे जाने की मांग की. कोरोना महामारी को देखते हुए धर्माचार्यों ने मंदिर बंद करने का निर्णय लिया है.
स्थानीय लोगों का कहना है कि यहां श्रावण मास में लाखों श्रद्धालुओं का आगमन दर्शन-पूजन के लिए होता रहता है. लेकिन परिसर के अंदर-बाहर दुकानों के संचालन और भीड़ लगने से कोरोना का संक्रमण भारी संख्या में फैल सकता है. ऐसे में जब घोरावल नगर को पूरी तरह से 14 दिनों के लिए बंद कर दिया गया है, तब मंदिर का श्रावण मास में खुला रहना उचित नहीं होगा.
मंदिर समिति ने घोरावल उपजिलाधिकारी ज्ञानेंद्र सिंह, पुलिस क्षेत्राधिकारी राम आशीष यादव को भी मंदिर बंद करने के निर्णय को लेकर एक ज्ञापन सौंपा. इस ज्ञापन में कोरोना वैश्विक महामारी को ध्यान में रखते हुए मंदिर को पूरे श्रावण मास में दर्शन-पूजन के लिए बंद करने के निर्णय के बारे में उन्हें जानकारी दी गई. मंदिर समिति के सदस्यों ने प्रशासन से मंदिर की सुरक्षा व्यवस्था के लिए उचित पुलिस बल की तैनाती की मांग की, जिससे कि कोई अनियमितता न होने पाए.
मंदिर के मुख्य पुजारी सुरेश गिरी ने बताया कि स्थानीय जनमानस व कोरोना महामारी को देखते हुए हम सभी ने निर्णय किया है कि आगामी श्रावण मास में मंदिर में दर्शन-पूजन बंद रहेगा और मंदिर परिसर के बाहर कोई दुकान संचालित नहीं होगी. कोरोना महामारी बढ़ती जा रही है. श्रद्धालुओं से यह अपील है कि वो घर पर रहकर पूजन-अर्चन करें.
पुलिस अधीक्षक आशीष श्रीवास्तव ने भी बताया कि सावन के पहले सोमवार को देखते हुए पूरे जिले को 2 जोन और 10 सेक्टरों में बांटा गया है. पूर्व वर्षों की तरह बैरिकेडिंग, सीसीटीवी इत्यादि की व्यवस्था समुचित तरीके से की गई है. जिले में धारा 144 लगी हुई है और कहीं पर भी 5 लोगों से अधिक को एकत्र नहीं होने दिया जाएगा.