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सोनभद्र: पीएसीएल पीड़ित निवेशकों ने सौंपा ज्ञापन, सांसद ने दिया मदद का भरोसा

उत्तर प्रदेश के सोनभद्र में पीएसीएल पीड़ित निवेशकों ने सांसद पकौड़ी लाल कोल को ज्ञापन सौंपते हुए पीएसीएल द्वारा उनकी जमा राशि को दिलाने की मांग की. वहीं सांसद ने आश्वासन देते हुए हर संभव मदद का भरोसा दिलाया.

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Published : Oct 21, 2019, 1:53 PM IST

Updated : Sep 17, 2020, 4:13 PM IST

पीएसीएल पीड़ित निवेशकों ने सौंपा ज्ञापन.

सोनभद्र: जिले में ऑल इन्वेस्टर्स सेफ्टी ऑर्गनाइजेशन के बैनर तले पूर्वांचल अध्यक्ष बसंत विश्वकर्मा के नेतृत्व में पीएसीएल पीड़ित निवेशकों ने सांसद पकौड़ी लाल कोल को ज्ञापन सौंपा. उन्होंने मांग की कि पीएसीएल द्वारा उनकी जमा राशि को दिलवाया जाए. वहीं सांसद ने कहा कि उनकी मांगों को सदन में उठाया जाएगा और हर संभव मदद की जाएगी.

पीएसीएल पीड़ित निवेशकों ने सांसद पकौड़ी लाल कोल को सौंपा ज्ञापन.

पीएसीएल पीड़ितों ने सौंपा ज्ञापन
जिले में सांसद पकौड़ी लाल कोल को उनके कार्यालय पर पीएसीएल पीड़ित निवेशकों ने ज्ञापन सौंपा. इस दौरान पीड़ितों ने बताया कि सन 1983 में पर्ल्स ग्रुप की पीएसीएल पूरे देश में भूखंड देने के नाम पर एक मुफ्त बीमा योजना और किस्त भुगतान योजना के माध्यम से कार्य कर रही थी. इस योजना के माध्यम से कंपनी ने देश के गरीब, मजदूर, किसानों और मध्यमवर्गीय निवेशकों से सेबी के अनुसार 49,100 करोड़ रुपये जमा कराए थे.

सेबी ने लगाया प्रतिबंध
पीड़ित निवेशकों ने कहा कि केंद्र सरकार ने सेबी के अधिकार बढ़ाया तो सबसे पहले भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड सेबी ने पीएसीएल लिमिटेड कंपनी पर प्रतिबंध लगाया. सेबी ने यह नहीं सोचा कि कंपनी से जुड़े छह करोड़ गरीब और मजदूरों की गाढ़ी कमाई उन्हें कैसे वापस मिलेगी.

ये भी पढ़ें- सोनभद्र: तुला नक्षत्र में आंवला के पेड़ के नीचे खाने का है विशेष महत्व

न्यायालय ने पैसे लौटाने की कही बात
उच्चतम न्यायालय ने गरीब निवेशकों की तरफ से कहा कि छह करोड़ लोगों की जमा पूंजी से कंपनी ने जो चल-अचल संपत्ति अर्जित की है, उसे नीलाम करके निवेशकों का पैसा वापस करें. इसके लिए न्यायालय ने अवकाश प्राप्त न्यायाधीश आर. एस लोढ़ा की अध्यक्षता में कमेटी गठित कर सभी को पैसा लौटाने को कहा, लेकिन चार वर्ष बीत जाने के बावजूद भी किसी निवेशक को एक रुपया तक नहीं मिल सका है.

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कई बार हो चुका है धरना प्रदर्शन
इसके लिए एआईएसओ द्वारा जंतर-मंतर पर धरना प्रदर्शन भी किया जा चुका है, लेकिन कहीं कोई सुनवाई नहीं हुई. एआईएसओ के कार्यकर्ताओं ने राबर्टसगंज के सांसद को ज्ञापन सौंप करके यह मांग की है कि निवेशकों के हित में कंपनी की सभी कामर्शियल, रेजिडेंशियल, एग्रीकल्चर एवं फार्म हाउस को केंद्र व प्रदेश सरकारें अपनी योजना उपयोग में लेकर आपदा फंड से निवेशकों को शीघ्र भुगतान करें.

सांसद ने दिलाया भरोसा
वहीं सांसद पकौड़ी लाल कोल ने ज्ञापन लेने के बाद कहा कि पीएसीएल के पीड़ितों की मांग को सदन में उठाया जाएगा. उनकी हर संभव मदद की जाएगी, ताकि लोगों के खून-पसीने की कमाई की रकम मिल सके.

सोनभद्र: जिले में ऑल इन्वेस्टर्स सेफ्टी ऑर्गनाइजेशन के बैनर तले पूर्वांचल अध्यक्ष बसंत विश्वकर्मा के नेतृत्व में पीएसीएल पीड़ित निवेशकों ने सांसद पकौड़ी लाल कोल को ज्ञापन सौंपा. उन्होंने मांग की कि पीएसीएल द्वारा उनकी जमा राशि को दिलवाया जाए. वहीं सांसद ने कहा कि उनकी मांगों को सदन में उठाया जाएगा और हर संभव मदद की जाएगी.

पीएसीएल पीड़ित निवेशकों ने सांसद पकौड़ी लाल कोल को सौंपा ज्ञापन.

पीएसीएल पीड़ितों ने सौंपा ज्ञापन
जिले में सांसद पकौड़ी लाल कोल को उनके कार्यालय पर पीएसीएल पीड़ित निवेशकों ने ज्ञापन सौंपा. इस दौरान पीड़ितों ने बताया कि सन 1983 में पर्ल्स ग्रुप की पीएसीएल पूरे देश में भूखंड देने के नाम पर एक मुफ्त बीमा योजना और किस्त भुगतान योजना के माध्यम से कार्य कर रही थी. इस योजना के माध्यम से कंपनी ने देश के गरीब, मजदूर, किसानों और मध्यमवर्गीय निवेशकों से सेबी के अनुसार 49,100 करोड़ रुपये जमा कराए थे.

सेबी ने लगाया प्रतिबंध
पीड़ित निवेशकों ने कहा कि केंद्र सरकार ने सेबी के अधिकार बढ़ाया तो सबसे पहले भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड सेबी ने पीएसीएल लिमिटेड कंपनी पर प्रतिबंध लगाया. सेबी ने यह नहीं सोचा कि कंपनी से जुड़े छह करोड़ गरीब और मजदूरों की गाढ़ी कमाई उन्हें कैसे वापस मिलेगी.

ये भी पढ़ें- सोनभद्र: तुला नक्षत्र में आंवला के पेड़ के नीचे खाने का है विशेष महत्व

न्यायालय ने पैसे लौटाने की कही बात
उच्चतम न्यायालय ने गरीब निवेशकों की तरफ से कहा कि छह करोड़ लोगों की जमा पूंजी से कंपनी ने जो चल-अचल संपत्ति अर्जित की है, उसे नीलाम करके निवेशकों का पैसा वापस करें. इसके लिए न्यायालय ने अवकाश प्राप्त न्यायाधीश आर. एस लोढ़ा की अध्यक्षता में कमेटी गठित कर सभी को पैसा लौटाने को कहा, लेकिन चार वर्ष बीत जाने के बावजूद भी किसी निवेशक को एक रुपया तक नहीं मिल सका है.

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कई बार हो चुका है धरना प्रदर्शन
इसके लिए एआईएसओ द्वारा जंतर-मंतर पर धरना प्रदर्शन भी किया जा चुका है, लेकिन कहीं कोई सुनवाई नहीं हुई. एआईएसओ के कार्यकर्ताओं ने राबर्टसगंज के सांसद को ज्ञापन सौंप करके यह मांग की है कि निवेशकों के हित में कंपनी की सभी कामर्शियल, रेजिडेंशियल, एग्रीकल्चर एवं फार्म हाउस को केंद्र व प्रदेश सरकारें अपनी योजना उपयोग में लेकर आपदा फंड से निवेशकों को शीघ्र भुगतान करें.

सांसद ने दिलाया भरोसा
वहीं सांसद पकौड़ी लाल कोल ने ज्ञापन लेने के बाद कहा कि पीएसीएल के पीड़ितों की मांग को सदन में उठाया जाएगा. उनकी हर संभव मदद की जाएगी, ताकि लोगों के खून-पसीने की कमाई की रकम मिल सके.

Intro:Anchor-सोनभद्र में ऑल इन्वेस्टर्स सेफ्टी ऑर्गनाइजेशन के बैनर तले पूर्वांचल अध्यक्ष बसंत विश्वकर्मा के नेतृत्व में पीएसीएल पीड़ित निवेशकों ने सांसद पकौड़ी लाल कोल को ज्ञापन सौंपकर मांग किया कि पीएसीएल द्वारा उनकी जमा राशि को दिलवाया जाए। ज्ञापन के माध्यम से पर्ल्स पीड़ितों ने बताया कि सन 1983 में पल्स ग्रुप की पीएसीएल जो कि पूरे देश में भूखंड देने के नाम पर एक मुफ्त बीमा योजना एवं किस्त भुगतान योजना के माध्यम से कार्य कर रही थी ,इन योजनाओं के माध्यम से कंपनी ने देश के गरीब ,मजदूर, किसानों एवं मध्यमवर्गीय निवेशकों से सीबीआई के अनुसार 49100 करोड़ रुपए जमा कराया था, वहीं सांसद ने कहा कि उनकी मांगों को सदन में उठाया जाएगा और हर संभव मदद की जाएगी।


Body:Vo1- सोनभद्र में अपना दल यस के सांसद पकौड़ी लाल कोल को उनके कार्यालय पर पीएसीएल पीड़ित निवेशकों ने ज्ञापन सौंपा। इस दौरान पर्ल्स पीड़ितों ने बताया कि सन 1983 में पर्ल्स ग्रुप की पीएसीएल जो कि पूरे देश में भूखंड देने के नाम पर एक मुफ्त बीमा योजना एवं किस्त भुगतान योजना के माध्यम से कार्य कर रही थी, इस योजना के माध्यम से कंपनी ने देश के गरीब ,मजदूर ,किसानों एवं मध्यमवर्गीय निवेशकों से सीबीआई के अनुसार 49100 करोड़ रूपया जमा कराया था। केंद्र सरकार ने सेबी के अधिकार बढ़ाया तो,सबसे पहले भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड सेबी ने पीएसीएल लिमिटेड कंपनी पर प्रतिबंध लगाया। सेबी ने यह नहीं सोचा कि कंपनी से जुड़े छ: करोड़ गरीब ,मजदूरों की गाढ़ी कमाई उन्हें कैसे वापस मिलेगी। उच्चतम न्यायालय ने गरीब निवेशकों की तरफ से कहा कि छ: करोड़ लोगों की जमा पूंजी से कंपनी ने जो चल-अचल संपत्ति अर्जित किया है,उसे नीलाम करके निवेशकों का पैसा वापस करें।इसके लिए न्यायालय में अवकाश प्राप्त न्यायाधीश आर यस लोढा की अध्यक्षता में कमेटी गठित कर सभी को पैसा लौटाने को कहा।परन्तु चार वर्ष बीत जाने के बावजूद भी किसी निवेशक को ₹1 तक नहीं मिल सका है। इसके लिए एआईएसओ द्वारा जंतर- मंतर पर धरना प्रदर्शन भी किया जा चुका है,लेकिन कहीं कोई सुनवाई नहीं हुई। इस मौके पर कमलेश प्रजापति, मोहम्मद ईसू, शैलेंद्र कुमार गुप्ता ,विनोद गुप्ता ,राधे रमण सिंह, रामसेवक पाल, दिनेश विश्वकर्मा, सुषमा देवी ,लालमणि पटेल समेत दर्जनों लोग उपस्थित रहे।


Conclusion:Vo2- एआईएसओ के कार्यकर्ताओं ने रावर्टसगंज के सांसद को ज्ञापन शौप करके यह मांग करता है कि निवेशकों के हित में कंपनी की सभी कामर्शियल, रेजिडेंशियल, एग्रीकल्चर एवं फार्म हाउस को केंद्र व प्रदेश सरकारे अपनी योजना उपयोग में लेकर आपदा फंड से निवेशकों को शीघ्र भुगतान करें। इसके साथ ही कोई आसान व उपयुक्त माध्यम हो जिससे निवेशकों को शीघ्र भुगतान प्राप्त हो,जिससे निवेशकों को शीघ्र भुकतान प्राप्त हो सकें।,उसे पूरा किया जाय।

Byte-बसंत विश्वकर्मा(ऑल इन्वेस्टर्स सेफ्टी ऑर्गनाइजेशन के पूर्वांचल अध्यक्ष)

Vo3- वहीं सांसद पकौड़ी लाल कोल ने ज्ञापन लेने के बाद कहा कि पीएसीएल के पीड़ितों की मांग को सदन में उठाया जाएगा, और इनकी हर संभव मदद की जाएगी, ताकि लोगों को खून -पसीने की कमाई रकम ही मिल सके।

Byte- पकौड़ी लाल कोल( सांसद अपनादल, सोनभद्र)



चन्द्रकान्त मिश्रा
सोनभद्र
मो0 9450323031
Last Updated : Sep 17, 2020, 4:13 PM IST
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