सोनभद्र: जिले के चोपन नगर तथा आसपास के सोन नदी के तटीय इलाकों में बड़े पैमाने पर बालू का अवैध खनन का धंधा लंबे समय से फल-फूल रहा है. पुलिस और वन विभाग की मिली भगत से लगातार यह अवैध खनन दिनरात बिना डर के चल रहा है. वहीं कोरोना संक्रमण काल अवैध खननकर्ताओं के लिए आपदा में अवसर जैसा साबित हो रहा है.
जानकारी के मुताबिक सोमवार को एक शिकायत के बाद खनन विभाग के सर्वेयर जीके दत्ता अपने सहयोगियों व स्थानीय लेखपाल के साथ चोपन गांव में पहुंचे. बालू के अवैध खनन का सघन निरीक्षण किया गया. साथ ही लगभग आधा दर्जन चिन्हित स्थानों पर जाकर खदानों में अवैध खनन की पुष्टि करते हुए नापी भी की गई. मौके पर पहुंचे ग्रामीणों ने बताया कि यहां वन विभाग की मिलीभगत से पूरी रात बालू का खनन हो रहा है.
मौके पर पहुंचे खनिज अधिकारी जीके दत्ता ने अधिकारियों के साथ अवैध खनन करने वाले माफियाओं द्वारा किये गए गड्ढों को देखा. जांच-पड़ताल के बाद अधिकारियों ने स्थानीय थाने में पांच नामजद अवैध खननकर्ताओं के विरुद्ध तहरीर देकर सुसंगत धाराओं में मुकदमा भी पंजीकृत करवाया है. वहीं खनिज विभाग की छापेमारी के बाद से अवैध खनन माफियाओं में हड़कंप की स्थिति है.
गौरतलब है कि चोपन थाना के चोपन गांव, सिंदूरिया, बर्दिया के साथ ही जूगैल थाना क्षेत्र के अगोरी, सेमिया, चौरा बिजौरा, छितिकपुरवा समेत दर्जनों गांवों में बड़े पैमाने पर सोन नदी के किनारे बालू का अवैध खनन लगातार जारी है.