ETV Bharat / state

आगरा में फर्जी दस्तावेजों से बैनामा कराने का मामला, चार आरोपी गिरफ्तार - FRAUD WITH FAKE DOCUMENTS

आगरा में फर्जी दस्तावेज से रजिस्ट्री कराकर धोखाधड़ी करने वाले 4 आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है.

ETV Bharat
फर्जी दस्तावेज से धोखाधड़ी करने वाले 4 आरोपी गिरफ्तार (pic credit; ETV Bharat)
author img

By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Jan 21, 2025, 10:44 PM IST

आगरा: जिले में फर्जी आधार कार्ड, फर्जी डॉक्यूमेंट्स से बैनामे का गोरखधंधा हो रहा था. इसकी लगातार शिकायत जिला प्रशासन को मिल रही थीं. मंगलवार को आगरा डीएम अरविंद मल्लप्पा बंगारी ने मौके पर पहुंचकर जांच की. आगरा डीएम ने तत्काल फर्जी बैनामे के खेल की जानकारी आगरा पुलिस कमिश्नर जे रविंदर गौड़ को दी. इस पर सदर थाना पुलिस हरकत में आई. पुलिस और प्रशासन की इस कार्रवाई से सदर तहसील के निंबधन कार्यालय और फर्जीवाड़ा करने वाले कई गिरोह में खलबली मची हुई है.

सदर थाना प्रभारी निरीक्षक शेर सिंह ने बताया कि सदर थाना क्षेत्र के कोटली बगीची, गौतम नगर निवासी सुनीता पत्नी मौजीराम ने शिकायत दी थी. इसमें सुनीता का आरोप है कि जुलाई 2024 में गोकुलम कॉलोनी, रोहता में कूपरचंद से पांच लाख रुपये में एक प्लॉट खरीदा था. जिसका सौदा रविंद्र, केतन सिंह और शिवा के माध्यम से हुआ था. सुनीता ने बताया कि जब वह दो सप्ताह बाद निर्माण कार्य करा रही थीं, तभी नगला काजीपाडा निवासी जयदीप ने अपना प्लॉट बताया. तब सुनीता को पता चल गया कि उसके साथ ठगी हुई है. इस पर उसने कपूरचंद, रविंद्र, केतन सिंह और शिवा से रुपये मांगे. लेकिन आरोपियों ने उसे रुपये नहीं दिए और उसे धमकाया. जिस पर 19 जनवरी को सुनीता की शिकायत पर आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया.

इसे भी पढ़ें - लखनऊ में ठगी का नया तरीका; फर्जी जमीन और दस्तावेज दिखाकर बैंक-फाइनेंस कंपनियों से ठगे 5 करोड़ - LUCKNOW STF

थाना प्रभारी निरीक्षक शेर सिंह ने बताया कि फर्जी बैनामे और धोखाधड़ी में संलिप्त अभियुक्त रविन्द्र उर्फ रवि पुत्र कैलाशी और आकाश पुत्र प्रदीप निवासी गुम्मट, तख्त पहलवान देवरी रोड, ज्वाला सिंह पुत्र मानिक चन्द्र निवासी कौलक्खा, ताजगंज और कपूर चन्द्र पुत्र सुम्मेर सिंह निवासी शारदा बिहार बोदला बिचपुरी रोड को गिरफ्तार कर लिया है. अभियुक्तों के कब्जे से एक लैपटॉप बरामद हुआ. इस मामले में अभियुक्त केतन सिंह और शिवा निवासीगण गुम्मट देवरी रोड, सदर फरार हैं. दोनों की तलाश में पुलिस की टीमें लगी हैं.

आगरा डीएम अरविंद मल्लप्पा बंगारी ने बताया कि सदर थाना में फर्जी दस्तावेजों से बैनामा कराने के मामले में एफआईआर दर्ज की गई. पुलिस ने धोखाधड़ी के खेल में चार अभियुक्त गिरफ्तारी किए हैं. इस मामले में अभी दो अभियुक्त फरार हैं. जिनकी तलाश सदर थाना पुलिस कर रही है. आगरा डीएम अरविंद मल्लपा बंगारी ने बताया कि इस प्रकरण की गहनता से जांच कराई जा रही है. इसमें संलिप्त सभी दोषियों के विरूद्ध कठोर कार्रवाई की जाएगी. जिससे भविष्य में कोई इस तरह का फर्जीवाडा ना करें.

डीएम ने जांच लगाए दो एडीएम : लगातार फर्जी दस्तावेजों से बैनामे की शिकायत पर आगरा डीएम अरविंद मल्लप्पा बंगारी ने इसकी जांच में एडीएम वित्त एवं राजस्व शुभांगी शुक्ला और एडीएम प्रशासन अजय कुमार सिंह को लगाय. दोनों एडीएम ने निबंधन विभाग मेंं जाकर जांच की. जहां पर फर्जी बैनामा का बड़ा खेल सामने आया था. इस बारे में एआईजी स्टांप एके सिंह ने बताया कि जिले में बैनामों में गड़बड़ी मिली हैं. इनकी जांच कराई जा रही है. इसके लिए तीन सब रजिस्ट्रार की एक जांच कमेटी बनाई. जो जांच कर रही है.

फर्जीवाड़े के खुलासे से मची खलबली : डीएम के आदेश पर दो एडीएम जब जांच के लिए निबंधन विभाग पहुंचे तो रिकॉर्ड रूम में रखे असली बैनामों के लगभग 300 पन्ने गायब होने की जानकारी मिली. जिससे निबंधन विभाग में खलबली मच गई. जिले में लंबे समय से फर्जीवाड़े का खेल चल रहा है. इतना ही नहीं रिकॉर्ड रूम से जिल्द बही से पन्ने फाड़ने के सबूत मिले हैं. अधिकारियों की मानें तो रिकॉर्ड से पन्ने फाड़ने, मूल बैनामा गायब करके उनकी जगह फर्जी एग्रीमेंट व अन्य दस्तावेज लगाए गए हैं.

यह भी पढ़ें - कानपुर में DM के बाद एक्शन मोड में दिखीं मेयर, हेलमेट पहनकर हटवाया अतिक्रमण - KANPUR NEWS

आगरा: जिले में फर्जी आधार कार्ड, फर्जी डॉक्यूमेंट्स से बैनामे का गोरखधंधा हो रहा था. इसकी लगातार शिकायत जिला प्रशासन को मिल रही थीं. मंगलवार को आगरा डीएम अरविंद मल्लप्पा बंगारी ने मौके पर पहुंचकर जांच की. आगरा डीएम ने तत्काल फर्जी बैनामे के खेल की जानकारी आगरा पुलिस कमिश्नर जे रविंदर गौड़ को दी. इस पर सदर थाना पुलिस हरकत में आई. पुलिस और प्रशासन की इस कार्रवाई से सदर तहसील के निंबधन कार्यालय और फर्जीवाड़ा करने वाले कई गिरोह में खलबली मची हुई है.

सदर थाना प्रभारी निरीक्षक शेर सिंह ने बताया कि सदर थाना क्षेत्र के कोटली बगीची, गौतम नगर निवासी सुनीता पत्नी मौजीराम ने शिकायत दी थी. इसमें सुनीता का आरोप है कि जुलाई 2024 में गोकुलम कॉलोनी, रोहता में कूपरचंद से पांच लाख रुपये में एक प्लॉट खरीदा था. जिसका सौदा रविंद्र, केतन सिंह और शिवा के माध्यम से हुआ था. सुनीता ने बताया कि जब वह दो सप्ताह बाद निर्माण कार्य करा रही थीं, तभी नगला काजीपाडा निवासी जयदीप ने अपना प्लॉट बताया. तब सुनीता को पता चल गया कि उसके साथ ठगी हुई है. इस पर उसने कपूरचंद, रविंद्र, केतन सिंह और शिवा से रुपये मांगे. लेकिन आरोपियों ने उसे रुपये नहीं दिए और उसे धमकाया. जिस पर 19 जनवरी को सुनीता की शिकायत पर आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया.

इसे भी पढ़ें - लखनऊ में ठगी का नया तरीका; फर्जी जमीन और दस्तावेज दिखाकर बैंक-फाइनेंस कंपनियों से ठगे 5 करोड़ - LUCKNOW STF

थाना प्रभारी निरीक्षक शेर सिंह ने बताया कि फर्जी बैनामे और धोखाधड़ी में संलिप्त अभियुक्त रविन्द्र उर्फ रवि पुत्र कैलाशी और आकाश पुत्र प्रदीप निवासी गुम्मट, तख्त पहलवान देवरी रोड, ज्वाला सिंह पुत्र मानिक चन्द्र निवासी कौलक्खा, ताजगंज और कपूर चन्द्र पुत्र सुम्मेर सिंह निवासी शारदा बिहार बोदला बिचपुरी रोड को गिरफ्तार कर लिया है. अभियुक्तों के कब्जे से एक लैपटॉप बरामद हुआ. इस मामले में अभियुक्त केतन सिंह और शिवा निवासीगण गुम्मट देवरी रोड, सदर फरार हैं. दोनों की तलाश में पुलिस की टीमें लगी हैं.

आगरा डीएम अरविंद मल्लप्पा बंगारी ने बताया कि सदर थाना में फर्जी दस्तावेजों से बैनामा कराने के मामले में एफआईआर दर्ज की गई. पुलिस ने धोखाधड़ी के खेल में चार अभियुक्त गिरफ्तारी किए हैं. इस मामले में अभी दो अभियुक्त फरार हैं. जिनकी तलाश सदर थाना पुलिस कर रही है. आगरा डीएम अरविंद मल्लपा बंगारी ने बताया कि इस प्रकरण की गहनता से जांच कराई जा रही है. इसमें संलिप्त सभी दोषियों के विरूद्ध कठोर कार्रवाई की जाएगी. जिससे भविष्य में कोई इस तरह का फर्जीवाडा ना करें.

डीएम ने जांच लगाए दो एडीएम : लगातार फर्जी दस्तावेजों से बैनामे की शिकायत पर आगरा डीएम अरविंद मल्लप्पा बंगारी ने इसकी जांच में एडीएम वित्त एवं राजस्व शुभांगी शुक्ला और एडीएम प्रशासन अजय कुमार सिंह को लगाय. दोनों एडीएम ने निबंधन विभाग मेंं जाकर जांच की. जहां पर फर्जी बैनामा का बड़ा खेल सामने आया था. इस बारे में एआईजी स्टांप एके सिंह ने बताया कि जिले में बैनामों में गड़बड़ी मिली हैं. इनकी जांच कराई जा रही है. इसके लिए तीन सब रजिस्ट्रार की एक जांच कमेटी बनाई. जो जांच कर रही है.

फर्जीवाड़े के खुलासे से मची खलबली : डीएम के आदेश पर दो एडीएम जब जांच के लिए निबंधन विभाग पहुंचे तो रिकॉर्ड रूम में रखे असली बैनामों के लगभग 300 पन्ने गायब होने की जानकारी मिली. जिससे निबंधन विभाग में खलबली मच गई. जिले में लंबे समय से फर्जीवाड़े का खेल चल रहा है. इतना ही नहीं रिकॉर्ड रूम से जिल्द बही से पन्ने फाड़ने के सबूत मिले हैं. अधिकारियों की मानें तो रिकॉर्ड से पन्ने फाड़ने, मूल बैनामा गायब करके उनकी जगह फर्जी एग्रीमेंट व अन्य दस्तावेज लगाए गए हैं.

यह भी पढ़ें - कानपुर में DM के बाद एक्शन मोड में दिखीं मेयर, हेलमेट पहनकर हटवाया अतिक्रमण - KANPUR NEWS

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.