आगरा: उप्र पुलिस भर्ती परीक्षा में सफल अभ्यर्थियों के दस्तावेजों का सत्यापन और शारीरिक मानक परीक्षा (डीवी/पीएसटी) का काम इन दिनों चल रहा है. इसमें आगरा पुलिस ने फिरोजाबाद के एक फर्जी अभ्यर्थी को पकड़ा है. पकड़े गए अभ्यर्थी ने सरकारी नौकरी के लिए जन्म तिथि बदलकर दोबारा हाईस्कूल किया था. जब उसका बॉयोमेट्रिक मिलान किया तो उसकी करतूत पकड़ में आ गई. पुलिस ने आरोपी अभ्यर्थी की मदद करने वाले फिरोजाबाद के दो और युवक पकड़े हैं. इस मामले में पुलिस ने शाहगंज थाना में तीनों आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करके आरोपियों को जेल भेजा दिया.
अपर पुलिस उपायुक्त हिमांशु गाैरव ने बताया कि अगस्त, 2024 में सिपाही भर्ती परीक्षा का आयोजन हुआ था. जिसमें उत्तीर्ण हुए परीक्षार्थियों के दस्तावेज सत्यापन और शारीरिक मानक की जांच पुलिस लाइन में 26 दिसंबर 2024 से चल रही है. यह प्रक्रिया 3 फरवरी 2025 तक चलेगी. इसमें ही 20 जनवरी को जांच के दौरान अभ्यर्थी उदय प्रताप पुत्र जवाहर लाल निवासी गांव कछवाई, पिलखतर जैत (फिरोजाबाद) पर संदेह हुआ. उसकी जांच की तो हैरान करने वाली बातें सामने आईं.
पांच आधार कार्ड, फाटो एक, जन्मतिथि अलग : अपर पुलिस उपायुक्त हिमांशु गाैरव ने बताया कि जांच में सामने आया कि उदय प्रताप ने पुलिस भर्ती के लिए किए गए आवेदन फाॅर्म में अपनी जन्मतिथि 11 जून, 1997 लिखी है. जब उसका बायोमेट्रिक किया गया तो उसका नाम कुलभूषण पुत्र जवाहर लाल आया. जिस पर उससे पूछताछ की तो वो सही जवाब नहीं दे रहा था. उसकी तलाशी में पांच फर्जी आधार कार्ड मिले. उदय प्रताप ने पांच आधार कार्ड बनवाए हैं. उसके सभी आधार कार्ड पर फोटो एक की है. मगर, उसका नाम और जन्मतिथि अलग-अलग है.
सरकारी नौकरी के लिए किया फर्जीवाड़ा: अपर पुलिस उपायुक्त हिमांशु गाैरव ने बताया कि पुलिस की पूछताछ में आरोपी उदय प्रताप ने बताया कि सरकारी नाैकरी पाने के लिए जन्मतिथि बदलाव करके ये पांच आधार कार्ड बनवाए थे. बताया कि 2013 में हाईस्कूल की परीक्षा पास की थी. जब सरकारी नाैकरी नहीं लगी तो तीन साल बाद 2016 में अपनी उम्र कम करने के लिए दोबारा कुलभूषण के नाम से हाईस्कूल की परीक्षा दी. परीक्षा में पास होने पर उदय प्रताप के नाम से भर्ती परीक्षा में आवेदन किया. परीक्षा में पास भी हो गया. लेकिन, अब बायोमेट्रिक में पकड़ में आया गया.