सोनभद्र: जिले में 2017 और 2019 में सर्वे लेखपालों का प्रमोशन हो कर सर्वे कानूनगो बने थे. डीएम को जानकारी मिली कि मामले में पत्रावली और कागजातों को छुपाकर प्रमोशन दिया गया है. इसके बाद जिलाधिकारी ने जांच कराई और रिपोर्ट को संज्ञान में लेते हुए 26 सर्वे कानूनगो का प्रमोशन निरस्त कर दिया. मामले में पत्रावली तैयार करने वाले 2 लिपिक सर्वे कानूनगो के ऊपर राबर्ट्सगंज कोतवाली में मुकदमा दर्ज करा दिया गया है.
फर्जी कागजातों से बने सर्वे कानूनगो
वर्ष 2017 और 2019 में सर्वे लेखपालों को सर्वे कानूनगो के पद पर पदोन्नति की गई थी. मामले में फर्जीवाड़ा सामने आया है, जिसमें जिलाधिकारी के निर्देश पर जांच की गई तो पाया गया कि गलत तथ्यों एवं कूट रचना करके कागजात के जरिए पदोन्नति ली गई है.
प्रमोशन हुआ निरस्त
जिला अधिकारी ने तत्काल प्रभाव से 26 लेखपालों की पदोन्नति निरस्त कर दी है. मामले में आरोप है कि लिपिक कार्य देखने वाले रवि कांत त्रिपाठी और अशोक कुमार कनौजिया ने मिलीभगत कर 2017 के शासनादेश को छिपाते हुए पदोन्नति की प्रक्रिया पूरी करवाई है, लिहाजा दोनों के ऊपर जिलाधिकारी के निर्देश पर राबर्ट्सगंज कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया गया है.
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