सोनभद्र: पीड़ितों से मिलने आए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि पीड़ितों से मिलने पर ग्राम प्रधान की दबंगई की बात सामने आई है. सीएम ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि इस घटना में जो भी धांधली हुई है, वह कांग्रेस के शासनकाल में हुई है, कांग्रेस यह जो घड़ियाली आंसू बहा रही है. उसे गरीब और इन वनवासी परिवारों से माफी मांगनी चाहिए, क्योंकि यह कांग्रेस का दिया गया पाप कर्म है.
- सोनभद्र हत्याकांड पर सीएम योगी ने कांग्रेस को आड़े हाथों लिया है.
- सीएम योगी ने कहा, कांग्रेस चाहती तो यह घटना नहीं होती.
- कांग्रेस इस घटना पर घड़ियालू आंसू बहा रही है.
- कांग्रेस को इस घटना पर माफी मांगनी चाहिए.
- 1955 में कांग्रेस नेता ने इस पूरी घटना की पटकथा लिखी.
योगी ने इस घटना को राजनीतिक साजिश के तहत गुंडागर्दी का उदाहरण बताया. योगी ने कहा कि घटना की नींव 1955 की पड़ी है, जब ग्राम समाज की बंजर भूमि जो वहां के वनवासी लोग, जिसमें वह लोग खेती करते हैं. उसे एक ट्रस्ट के नाम पर कर दिया जाता है, जो कि कांग्रेस के राज्यसभा सांसद थे. उनके नाम पर कर दिया जाता है.
वहीं ट्रस्ट की 1955 में पब्लिक ट्रस्ट के नाम करना और 1989 में कांग्रेस की सरकार के समय इस पब्लिक ट्रस्ट की भूमि को जुड़े उनके परिवार के मेंबर के नाम कर दिया गया. आज कांग्रेस पार्टी जो घड़ियाली आंसू बहा रही है उसे इन गरीब वनवासी परिवारों से माफी मांगनी चाहिए, यह जो पाप है, उनके ही द्वारा दिया गया पाप कर्म है. अगर जमीन ग्राम पंचायत के नाम होती उसका आसानी से पट्टा किया जा सकता था, इसकी जांच के लिए एक कमेटी गठित करने जा रहे हैं और एक कमेटी पहले से गठित की गई है, जो जांच कर रही है.
सीएम ने कहा कि 1955 और 1989 में गलत कार्य किए गए हैं, इसकी जांच करने के लिए अपर मुख्य सचिव राजेश की अध्यक्षता में एक कमेटी गठित की गई है, जिसमें प्रमुख सचिव श्रम एवं सेवायोजन आयुक्त विंध्याचल मंडल को शामिल किया गया है, यह 1955 से बंजर भूमि जिसे आदर्श सोसायटी के नाम हो जाती है. कैसे 1989 को कुछ लोगों के नाम हो जाते हैं और 2017 में उस भूमि को कैसे कुछ चंद लोगों ने ग्राम प्रधान के नाम कर दिया. एक पक्ष कांग्रेस से जुड़े हुए हैं, जिन्होंने गरीब आदिवासियों के हक पर डकैती डालने का प्रयास किया था.