सीतापुरः जिले में आवास, शौचायल और अन्य सराकारी योजनाओं के लिए विभागों के चक्कर काटने के बाद गरीबों को योजना का लाभ नहीं मिल रहा है. इसका ताजा उदाहरण लहरपुर तहसील से सामने आया है. यहां के एक बुजुर्ग ने ग्राम विकास अधिकारी पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाकर मोर्चा खोल दिया. बुजुर्ग का आरोप है कि उसने अपनी दो बहुओं के जेवर बेचकर अधिकारी को घूस दी. इसके बावजूद उसे पीएम आवास का लाभ नहीं दिया गया. इसके बाद आवास, पशुवाड़ा और शौचालय आदि में घोटाले की जांच की मांग को लेकर बीते 10 दिनों से बुजुर्ग भूख हड़ताल पर बैठा हुआ है. इस दौरान जब कोई सुनवाई नहीं हुई तो बुजुर्ग गुरुवार को पेड़ चढ़ गया, जिसकी जानकारी होने पर मौके पर जिला प्रशासन के कई अधिकारी मौके पर पहुंचे और आश्वाशन के बाद नीचे उतरा.
पीड़ित देशराज पासी ने बताया कि वह लहरपुर तहसील के ग्राम सभा नेरिया परसिया का निवासी है. पीड़ित का आरोप है कि ग्राम विकास अधिकारी राजेश कुमार व उनके भाई विजय कुमार जो कि सफाई कर्मी है. दोनों सरकारी योजनाओं में जमकर भ्रष्टाचार कर रहे है. पीड़ित का कहना है कि दोनों ने उससे पैसे ठग लिए. इसके बाद वह जब भी किसी अधिकारी से मामले में न्याय की गुहार लगा रहा है. लोग उसे ही डांटकर भगा दे रहे हैं. पीड़ित ने बताया कि उसने आवास योजना के लिए पैसे दिए थे, लेकिन ग्राम विकास अधिकारी ने उनकी पात्रता पर किसी और का बैंक अकाउंट नंबर लगा दिया और उसे योजना का लाभ नहीं मिला.
पीड़ित का आरोप है कि वह पिछले 18 महीने से अधिकारियों के चक्कर काट रहा है. मामले में सुनवाई न होने पर वह बीते 10 दिन से जिला मुख्यालय आकर विकास भवन पर धरने पर बैठा है. यहां भी सुनवाई न होता देख गुरुवार सुबह को वह 20 फिट ऊंचे लगे विशालकाय पेड़ पर चढ़ गया. गौरतलब है कि बुजुर्ग के पेड़ पर चढ़ने की जानकारी मिलने के बाद पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों के हाथ-पांव फूल गए. आनन फानन पुलिसकर्मी और जिला मजिस्ट्रेट ने मौके पर पहुंचकर बुजुर्ग को समझा बुझा को नीचे उतारा. पीड़ित ने कहा कि पशुबाड़ा, आवास और शौचालय से लेकर तमाम सरकारी जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ पाने के लिए पात्र व गरीबों को सरकारी कार्यालयों के चक्कर लगाने पड़ रहे हैं, लेकिन उन्हें कोई लाभ नहीं दिया जा रहा है. वह भाजपा जिलाध्यक्ष समेत कारागार राज्यमंत्री तक से मुलाकात कर गुहार लगा चुका है, लेकिन कोई सुनवाई नही है.
वहीं इस मामले में गजेंद्र प्रताप सिंह परियोजना निदेशक का कहना है कि सीडीओ द्वारा मामले का संज्ञान लेने के साथ ही अन्य अधिकारियों ने भी जांच की बात कही है. पीड़ित को जल्द ही न्याय मिलेगा. इसके साथ ही दोषियों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
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