सीतापुर: जनपद में रोडवेज कर्मचारियों ने 'एआरएम' के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. हालांकि अधिकारियों द्वारा अश्वासन देने के बाद रोडवेज के कर्मचारियों ने हड़ताल खत्म कर दी. इसके बाद बसों का संचालन शुरू हो गया. आरोप है कि यूपी रोडवेज के 'एआरएम' से रोडवेज के चालक-परिचालक परेशान हैं. इसके चलते चालक-परिचालकों ने हड़ताल कर चक्का जाम कर दिया. चालक-परिचालकों द्वारा की गई हड़ताल से यात्रियों को काफी परेशानी हुई. सीतापुर डिपो में कार्यरत चालक-परिचलकों का कहना है कि अधिकारियों द्वारा उनका उत्पीड़न किया जा रहा है.
हड़ताल कर रहे रोडवेज बस चालकों ने बताया कि उनके ऊपर लोड फैक्टर का बोझ डाला जा रहा है. इसके अलावा बस के संचालन में किलोमीटर पूरा करने की शर्त रखी जा रही है. चालक-परिचालकों का कहना है कि कोरोना महामारी के कारण यात्रियों की संख्या पर प्रभाव पड़ा है, पहले की अपेक्षा एक तिहाही यात्री भी नहीं आते हैं. साथ ही विभिन्न मार्गों पर डग्गामार वाहनों का संचालन धड़ल्ले से हो रहा है, जिसका असर भी रोडवेज के यात्रियों पर पड़ा है.
इसके बावजूद चालक-परिचालक कड़ी मेहनत करके यात्रियों की संख्या पूरी करते हैं. आए दिन 'एआरएम' द्वारा उनके साथ अभद्र व्यवहार किया जाता है. एआरएम विमल राजन ने बताया कि परिचालकों पर रोडवेज की आय बढ़ाने पर जोर दिया गया है. साथ ही उनसे विभिन्न मार्गों पर पड़ने वाले छोटे स्टेशनों के यात्रियों को भी बिठाने के लिए निर्देशित किया गया है, लेकिन परिचालक ऐसा नहीं कर रहे हैं. डग्गामार वाहनों के संचालन को रोकने के लिए प्रशासन के साथ वार्ता कर रणनीति तय की जाएगी.
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