सीतापुर: 24 फरवरी से शुरू होने वाली उत्तर भारत की सबसे प्राचीन 84 कोसीय परिक्रमा इस बार नए रंग-रूप में नजर आएगी. इस परिक्रमा की अगुवाई हाईटेक रथ करेगा, जिसकी दिव्य और अलौकिक छटा लोगों के लिए आकर्षण का केन्द्र रहेगी. योगी सरकार में इसकी भव्यता नए अध्याय को जोड़ेगी. प्रशासन ने इस रथ को सोमवार से शुरू होने वाली परिक्रमा के लिए रविवार को ही नैमिषारण्य पहुंचा दिया है.
परिक्रमा शुरू होते ही रथ पर होगी पुष्पवर्षा
सतयुग काल से चली आ रही इस परिक्रमा को और भव्यता प्रदान करने के लिए इस बार एक हाईटेक रथ की व्यवस्था की गई है. रथ के अगले हिस्से पर गणेश जी की घूमने वाली प्रतिमा विराजमान है. 84 कोसीय परिक्रमा समिति के अध्यक्ष महंत भरतदास इस रथ पर सवार रहेंगे. इस रथ के आगे सिर्फ एक घोड़ा रहेगा जिसपर डंका बजने के साथ ही परिक्रमा का आगाज होगा. परिक्रमा शुरू होने के साथ ही उसपर पुष्पवर्षा की जाएगी. इसी के साथ सीताराम का उद्घोष करते हुए रामादल अगले पड़ाव के लिए रवाना हो जाएगा.
रथ पर विराजमान रहेंगे गणेश
मेलाधिकारी एवं एसडीएम मिश्रिख राजीव पाण्डे ने बताया कि अश्वमेघ यज्ञ के घोड़े की तरह इस रथ पर राम और लक्ष्मण का चित्र रहेगा और इस रथ पर परिक्रमा अध्यक्ष भरत दास सवार रहेंगे. विघ्नहर्ता एवं प्रथम पूज्य गणेश जी की प्रतिमा इस रथ पर विराजमान रहेगी. इसके अलावा ड्रोन कैमरे से परिक्रमा की निगरानी की जायेगी साथ ही प्रमुख स्थानों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं जिससे वस्तुस्थिति पर निगाह रखी जायेगी.