सीतापुर: जिलाधिकारी की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में गुरुवार को जल जीवन मिशन की समीक्षा बैठक सम्पन्न हुई. इस दौरान जिलाधिकारी विशाल भारद्वाज ने इसके लिये सभी उपजिलाधिकारियों से समन्वय स्थापित करते हुये कार्यों को शीघ्र कराये जाने के निर्देश दिए. साथ ही डीपीआर बनाये जाने के कार्य को भी निर्धारित समयावधि में पूर्ण कराये जाने के भी निर्देश दिए.
शासनादेशों के प्रावधानों का अनुपालन हो- डीएम
बैठक के दौरान जिलाधिकारी ने कहा कि ओर हेड टैंक निर्माण के लिए स्थलों का चयन करते समय उपयुक्तता का विशेष ध्यान रखा जाए. आबादी के निकट के स्थलों को प्राथमिकता के आधार पर स्थानों को चयनित किया जाए और सभी प्रक्रियाओं में शासनादेशों के प्रावधानों का शत प्रतिशत अनुपालन सुनिश्चित किया जाए.
सहायक अभियन्ता लघु सिंचाई नोडल अधिकारी रामेश्वर सिंह ने बताया कि जल जीवन के अन्तर्गत समस्त ग्रामीण घरों को वर्ष 2024 तक पाइप पेयजल और क्रियाशील गृह संयोजन उपलब्ध कराये जाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है. भारत सरकार के निर्गत दिशा निर्देशों के अनुसार पाइप पेयजल योजना के कार्यों के त्वरित सम्पादन हेतु जनपद सीतापुर में मेसर्स एनसीसी लिमिटेड और मेसर्स एल एण्ड टी कार्य कराये जायेंगे.
वहीं ग्रामों का चयन प्राथमिकता बिन्दुओं के आधार पर किया गया है. उन्होंने बताया कि नवीन योजनाओं में चयनित गांवों में पेयजल योजनाओं को स्थापित किये जाने के लिए लगभग 30×35 वर्गमीटर ग्राम पंचायत में भूखण्ड की आवश्यकता होगी. इस भूखण्ड में ट्यूबेल, ओरवहेड टैंक, पम्प हाउस आदि का निर्माण कराया जायेगा.
ये अधिकारी रहे मौजूद
बैठक के दौरान मुख्य विकास अधिकारी अक्षत वर्मा, अधिशासी अभियन्ता जल निगम, सहायक अभियन्ता नलकूप, अतिरिक्त मजिस्ट्रेट अनुपम मिश्र सहित संबंधित अधिकारी और कार्यदायी संस्थाओं के प्रतिनिधि उपस्थित रहे.