प्रयागराज : महाकुंभ 2025 में शामिल होने के लिए देश ही नहीं पूरी दुनिया से लोग पहुंच रहे हैं. इसी कड़ी में गुरुवार को पड़ोसी देश पाकिस्तान से भी हिंदू परिवारों के 68 लोग संगमनगरी पहुंचे. इन परिवारों ने संगम में पुण्य की डुबकी लगाई. मां गंगा की पूजा–अर्चना की. इनमें से कुछ परिवारों ने अपने पूर्वजों की अस्थियों काे संगम में विसर्जित भी किया.
प्रयागराज पहुंचा श्रद्धालुओं का ये जत्था पाकिस्तान के सिंध और पंजाब प्रांत का रहने वाला है. विशेष वीजा के तहत संगमनगरी पहुंचे हिंदू परिवारों के 68 लोगों ने संगम में डुबकी लगाई. इसके बाद अपने पूर्वजों की अस्थियों को गंगा में विसर्जित भी किया. पाकिस्तान से आए इस दल में शामिल महंत रामनाथ ने बताया कि पहले वो सभी हरिद्वार गए थे.
वहां के बाद सभी ने प्रयागराज आकर महाकुंभ में संगम स्नान किया. पूर्वजों की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना भी की. पाकिस्तान से आए श्रद्धालुओं का कहना है कि मां गंगा मैया ने उन्हें बुलाया है. वर्षों से उनकी यहां आने की चाहत थी. उनके पूर्वजों की भी आस थी कि वो महाकुंभ में सम्मिलित हों, लेकिन जीते जी वे नहीं आ पाए.
अब उनकी मौत के बाद उनकी अस्थियों को गंगा में विसर्जित किया गया. उनके पूर्वजों की चाहत को मां गंगा ने पूरा कर दिया. 144 साल बाद लगे इस महाकुंभ में हमारा आना सफल रहा. जत्थे में शामिल लोगों ने यूपी की योगी सरकार की बेहतर इंतजामों की तारीफ की.
श्रद्धालुओं का कहना है कि यहां का भोजन, साफ-सफाई की व्यवस्था सभी तारीफ के काबिल है. पाकिस्तान में तो हमें मंदिर जाने को भी नहीं मिलता था, यहां आकर न केवल हम धन्य हुए हैं बल्कि हमारे माता-पिता और पूर्वजों को भी मोक्ष मिल गया है. उन्होंने कहा कि बचपन से उन्होंने प्रयागराज की पावन भूमि और संगम के बारे में सुना था. यहां आकर उनका सपना पूरा हो गया.
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