सीतापुर: जनपद के मिश्रिख तीर्थ में मछलियों के मरने का सिलसिला थमने का नाम नहीं रहा है. प्रशासन के सख्त निर्देशों के बाद भी दधीच कुंड की नियमित सफाई नहीं होती है. इसकी वजह से कुंड का जल विषैला हो चुका है. 18 जुलाई को इसी विषैले जल के कारण कई मछलियां तड़प कर मर गई थीं. जबकि नगरपालिका परिषद मिश्रित नैमिषारण्य के अधिकारी और कर्मचारी मौन है.
स्थानीय लोगों ने बताया कि इस कुंड में कई क्विंटल मछलियां मर चुकी है. नगरपालिका के कर्मचारियों ने सभी मृत मछलियों को डाले में भरवाकर कहीं भेज दिया है. बता दें, कि कुछ दिन पहले ही जिलाधिकारी अनुज सिंह ने इस तीर्थ का स्वयं निरीक्षण किया था. उन्होंने एक महीने में तीर्थ के जल निकासी सहित सभी व्यवस्थाओं को दुरुस्त कराने के निर्देश दिए थे. नगरपालिका परिषद मिश्रित नैमिषारण्य के कर्मचारियों ने डीएम के आदेश का पालन नहीं किया.
नगर पालिका प्रशासन की लापरवाही के चलते कई बेजुबान मछलियां को अपनी जान गवानी पड़ी. तीर्थ पुरोहित राहुल शर्मा सहित सभी का कहना है कि तीर्थ का जल दूषित हो गया है. जल से दुर्गंध आ रही है. श्रद्धालु तीर्थ के जल से मार्जन तक करना पसंद नहीं करते हैं. अब तीर्थ पुरोहितों और श्रद्धालुओं को तीर्थ पर रुकना मुश्किल हो रहा है. बता दें, कि वर्तमान समय में नगर पालिका का कार्य भार नगरपालिका प्रशासक के रूप में स्वयं उपजिलाधिकारी गौरव रंजन श्रीवास्तव ही देख रहे हैं.
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एसडीएम मिश्रिख गौरव रजंन श्रीवास्तव का कहना है कि दधीच कुंड में ऑक्सीजन की कमी के चलते मछलियां मृत पाई गई. नगर पालिका को नियमित रूप से ऑक्सीजन की गोलियां डालने के निर्देश दिए गए थे. इसके साथ ही नियमित जल निकासी के लिए जलनिगम से इस्टीमेट बनवाया गया है, जिसे स्वीकृत के लिए पर्यटन विभाग को भेज दिया गया है. इसकी स्वीकृत मिलने के बाद इस समस्या से निजात मिल जाएगी.
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