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क्या ईरान ने रची डोनाल्ड ट्रंप की हत्या की साजिश, आरोपों पर तेहरान का जवाब

रिपोर्ट्स के मुताबिक अमेरिकी सरकार ने कहा कि शकेरी को गिरफ्तार नहीं किया गया है और माना जाता है कि वे ईरान में हैं.

TRUMP ASSASSINATION PLOT
डोनाल्ड ट्रंप की फाइल फोटो. (AP)
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By ETV Bharat Hindi Team

Published : Nov 10, 2024, 11:14 AM IST

वाशिंगटन: न्याय विभाग ने आरोप लगाया है कि एफबीआई की ओर से राष्ट्रपति-चुनाव के दौरान डोनाल्ड ट्रंप की हत्या की साजिश रचने के आरोप में एक ईरानी नागरिक को गिरफ्तार किया गया है. इसे ईरानियों द्वारा श्रीलंका में इजरायली पर्यटकों को निशाना बनाने का काम सौंपा गया था.

ईरान के 51 वर्षीय फरहाद शकेरी पर शुक्रवार को ट्रंप की हत्या की साजिश में कथित संलिप्तता के संबंध में एक आपराधिक शिकायत में आरोप लगाया गया. शकेरी इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स (आईआरजीसी) का सदस्य है, जो अभी भी फरार है और माना जाता है कि वह तेहरान, ईरान में रहता है. न्याय विभाग ने कहा कि उसे श्रीलंका में इजरायली पर्यटकों को निशाना बनाने का भी काम सौंपा गया था.

संघीय अदालत में दायर दस्तावेजों के अनुसार, शकेरी को IRGC द्वारा श्रीलंका में इजरायली पर्यटकों को निशाना बनाने और अक्टूबर 2024 में सामूहिक गोलीबारी की योजना बनाने के लिए कहा गया था. 23 अक्टूबर, 2024 को या उसके आसपास, संयुक्त राज्य अमेरिका और इजराइल की सरकारों ने सार्वजनिक रूप से यात्रियों को अरुगम खाड़ी क्षेत्र में पर्यटक स्थलों को निशाना बनाकर किए जाने वाले हमले के खतरों के बारे में चेतावनी दी, और, अगले दिन या उसके आसपास, श्रीलंकाई अधिकारियों ने धमकी के संबंध में तीन व्यक्तियों को गिरफ्तार करने की सूचना दी.

न्याय विभाग ने कहा कि 28 अक्टूबर को, अमेरिका और इजराइल की सरकारों की ओर से जारी सार्वजनिक यात्रा चेतावनियों और श्रीलंकाई अधिकारियों की ओर से CC-2 की गिरफ्तारी के बाद-शकेरी ने FBI को सलाह दी कि उसने पहले CC-2 को श्रीलंका में इजरायली वाणिज्य दूतावास की निगरानी करने का काम सौंपा था. शकेरी ने कहा कि उसने और CC-2 ने एक साथ जेल में समय बिताया है. शकेरी ने FBI को सूचित किया कि उसने यह निगरानी IRGC अधिकारी-I को प्रदान की थी.

आरोपों पर तेहरान का जवाब: ईरान ने उन मीडिया रिपोर्ट्स को 'पूरी तरह निराधार' बताकर खारिज कर दिया जिनमें दावा किया गया था कि तेहरान ने डोनाल्ड ट्रंप की हत्या की साजिश रची थी. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने इन खबरों को इजरायल की साजिश बताया.

ईरान की सरकारी न्यूज एजेंसी आआरएनए के मुताबिक इस्माइल बाघई हमानेह ने शनिवार को कहा कि मौजूदा दौर में इस तरह के दावों को दोहराना ईरान और अमेरिका के बीच मुद्दों को और अधिक जटिल बनाने की एक 'घृणित साजिश' है.

प्रवक्ता ने इस बात पर जोर दिया कि ईरान के खिलाफ इस तरह के दावों को पहले भी खारिज कर चुका है और ऐसे दावों का झूठ भी उजागर हुआ है. बाघई ने जोर देकर कहा कि तेहरान राष्ट्र के अधिकारों की रक्षा के लिए सभी कानूनी और वैध साधनों का इस्तेमाल करेगा. कुछ मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक अमेरिकी सरकार ने डोनाल्ड ट्रंप के अगले राष्ट्रपति चुने जाने से पहले उनकी हत्या की साजिश के सिलसिले में एक अफगान नागरिक के खिलाफ आरोप लगाए हैं.

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ईरान के 51 वर्षीय फरहाद शकेरी पर शुक्रवार को ट्रंप की हत्या की साजिश में कथित संलिप्तता के संबंध में एक आपराधिक शिकायत में आरोप लगाया गया. शकेरी इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स (आईआरजीसी) का सदस्य है, जो अभी भी फरार है और माना जाता है कि वह तेहरान, ईरान में रहता है. न्याय विभाग ने कहा कि उसे श्रीलंका में इजरायली पर्यटकों को निशाना बनाने का भी काम सौंपा गया था.

संघीय अदालत में दायर दस्तावेजों के अनुसार, शकेरी को IRGC द्वारा श्रीलंका में इजरायली पर्यटकों को निशाना बनाने और अक्टूबर 2024 में सामूहिक गोलीबारी की योजना बनाने के लिए कहा गया था. 23 अक्टूबर, 2024 को या उसके आसपास, संयुक्त राज्य अमेरिका और इजराइल की सरकारों ने सार्वजनिक रूप से यात्रियों को अरुगम खाड़ी क्षेत्र में पर्यटक स्थलों को निशाना बनाकर किए जाने वाले हमले के खतरों के बारे में चेतावनी दी, और, अगले दिन या उसके आसपास, श्रीलंकाई अधिकारियों ने धमकी के संबंध में तीन व्यक्तियों को गिरफ्तार करने की सूचना दी.

न्याय विभाग ने कहा कि 28 अक्टूबर को, अमेरिका और इजराइल की सरकारों की ओर से जारी सार्वजनिक यात्रा चेतावनियों और श्रीलंकाई अधिकारियों की ओर से CC-2 की गिरफ्तारी के बाद-शकेरी ने FBI को सलाह दी कि उसने पहले CC-2 को श्रीलंका में इजरायली वाणिज्य दूतावास की निगरानी करने का काम सौंपा था. शकेरी ने कहा कि उसने और CC-2 ने एक साथ जेल में समय बिताया है. शकेरी ने FBI को सूचित किया कि उसने यह निगरानी IRGC अधिकारी-I को प्रदान की थी.

आरोपों पर तेहरान का जवाब: ईरान ने उन मीडिया रिपोर्ट्स को 'पूरी तरह निराधार' बताकर खारिज कर दिया जिनमें दावा किया गया था कि तेहरान ने डोनाल्ड ट्रंप की हत्या की साजिश रची थी. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने इन खबरों को इजरायल की साजिश बताया.

ईरान की सरकारी न्यूज एजेंसी आआरएनए के मुताबिक इस्माइल बाघई हमानेह ने शनिवार को कहा कि मौजूदा दौर में इस तरह के दावों को दोहराना ईरान और अमेरिका के बीच मुद्दों को और अधिक जटिल बनाने की एक 'घृणित साजिश' है.

प्रवक्ता ने इस बात पर जोर दिया कि ईरान के खिलाफ इस तरह के दावों को पहले भी खारिज कर चुका है और ऐसे दावों का झूठ भी उजागर हुआ है. बाघई ने जोर देकर कहा कि तेहरान राष्ट्र के अधिकारों की रक्षा के लिए सभी कानूनी और वैध साधनों का इस्तेमाल करेगा. कुछ मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक अमेरिकी सरकार ने डोनाल्ड ट्रंप के अगले राष्ट्रपति चुने जाने से पहले उनकी हत्या की साजिश के सिलसिले में एक अफगान नागरिक के खिलाफ आरोप लगाए हैं.

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