सीतापुर: जनपद के परसेंडी ब्लॉक में मनरेगा योजना के तहत नाला खोदने का कार्य मजदूरों की बजाए जेसीबी मशीन से करवाया गया. जांच में यह तथ्य प्रमाणित होने पर डीएम के निर्देश पर ग्राम प्रधान आइशा और ग्राम रोजगार सेवक अरुण कुमार के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई है. करीब एक लाख की लागत वाले इस कार्य को श्रमदान घोषित कर दिया गया है.
लहरपुर विकास खंड के ग्राम शेरपुर में ग्रामीणों ने मनरेगा के कार्य में अनियमितता की शिकायत दर्ज कराई थी. उपायुक्त मनरेगा द्वारा जांच में पाया गया था कि नाले की खुदाई और सफाई कार्य जेसीबी मशीन से कराया गया है. जांच में ग्राम प्रधान और ग्राम रोजगार सेवक उत्तरदायी पाए गए.
डीएम के निर्देश पर अनाधिकृत रूप से मनरेगा का कार्य मशीन से कराने हेतु ग्राम प्रधान आइशा और ग्राम रोजगार सेवक अरुण कुमार के खिलाफ तालगांव थाने में ग्राम पंचायत अधिकारी शेरपुर द्वारा एफआईआर दर्ज कराई गई है. उपायुक्त मनरेगा ने बताया कि इसके अतिरिक्त 105525 रुपये के कार्य को श्रमदान घोषित किया गया है.